
'संदेशखाली में डर लग रहा है तो यहां रहिए, खाना-पीना मुफ्त...', पीड़िताओं के लिए बंगाल राजभवन ने खोल दिए दरवाजे!
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पश्चिम बंगाल में संदेशखाली केस को लेकर टीएमसी सरकार सवालों के घेरे हैं. इस बीच, राजभवन ने संदेशखाली की पीड़िताओं के लिए कोलकाता के राजभवन में पीस होम खोला गया है. राजभवन में 3 कमरे अलॉट किए गए हैं.
पश्चिम बंगाल का संदेशखाली जंग का अखाड़ा बन गया है. वहां की महिलाओं ने आरोप लगाया कि टीएमसी के नेताओं ने उनका यौन शोषण किया है. इस मामले में राष्ट्रीय महिला आयोग की टीम एक्शन में आई है और पीड़ित परिवारों का हाल जानने पहुंची है. इस बीच, संदेशखाली की पीड़िताओं के लिए राजभवन के दरवाजे खोल दिए गए हैं. यहां पीस होम खोला गया है. जो पीड़िताएं वहां नहीं रह पा रही हैं, वे यहां आना चाहती हैं तो आकर रुक सकती हैं. तीन कमरे अलॉट किए गए हैं.
राज्यपाल सीवी आनंद बोस भी इस मामले पर नजर रख रहे हैं. राज्यपाल ने पीस होम खोलने का कदम उठाया है. राज्यपाल भी संदेशखाली गए थे. वहां पीड़िताओं ने आपबीती सुनाई थी और राज्यपाल को राखी बांधी थी. उसके बाद राजभवन में पीड़ित परिवारों के कई फोन भी आ रहे थे. इन पीड़िताओं का कहना था कि हम संदेशखाली से निकलना चाहते हैं. इसी को ध्यान में रखकर राज्यपाल ने गवर्नर हाउस में तीन कमरे अलॉट किए हैं.
'पीड़िताओं के रहने-खान की व्यवस्था फ्री'
यहां पर रहना, खाना-पीना निशुल्क होगा. राजभवन की तरफ से सभी व्यवस्थाएं मुहैया कराई जा रही हैं. इतना ही नहीं, राजभवन के अंदर पीड़िताओं को मदद भी मिलेगी. महिला कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है.
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राजभवन का कहना है कि अगर संदेशखाली में किसी पीड़ित महिला को डर लग रहा है तो वो यहां आकर रह सकती हैं. यहां उनके खाना, पीना और रहना निशुल्क होगा. पीड़ित परिवारों को हर तरह की मदद मुहैया करवाई जाएगी.

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