
श्रीलंकाई नौसेना ने 8 भारतीय मछुआरों को किया गिरफ्तार, CM स्टालिन ने की विदेश मंत्रालय से तत्काल हस्तक्षेप की मांग
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तमिलनाडु के 8 मछुआरों को समुद्री सीमा पार करने पर श्रीलंकाई नौसेना ने गिरफ्तार कर लिया और उनकी नाव जब्त कर ली है. बताया जा रहा है कि अन्य मछुआरों की नावों पर भी हमला कर उपकरणों को नुकसान पहुंचाया गया है. वहीं,सीएम एम.के. स्टालिन ने विदेश मंत्री से तत्काल हस्तक्षेप और राजनयिक समाधान की मांग की है.
तमिलनाडु के रामेश्वरम से श्रीलंकाई नौसेना ने समुद्री सीमा पार करने के आरोप में 8 मछुआरों को गिरफ्तार कर लिया है. साथ ही उनकी एक नाव को जब्त कर लिया गया है. यह घटना उस समय हुई जब लगभग 3 हजार मछुआरे 370 नौकाओं के साथ मछली पकड़ने के बाद लौट रहे थे. इसी दौरान उत्तर मन्नार क्षेत्र के पास श्रीलंकाई नौसेना की गश्ती नौकाओं ने उन्हें घेर लिया.
मछुआरों के मुताबिक, अचानक हुए इस घेराव के दौरान अफरा-तफरी मच गई, जिसमें से 8 मछुआरे पकड़े गए और एक नाव जब्त कर उन्हें थलैमान्नार नेवल कैंप ले जाया गया. अब इन मछुआरों को अदालत में पेश किया जाएगा और संभवतः जेल भेजा जाएगा. इसी दौरान कच्चतीवु और धनुषकोडी के बीच लंगर डाले अन्य मछुआरों की नावों पर भी श्रीलंकाई नौसेना द्वारा हमला किया गया.
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मछुआरों ने आरोप लगाया कि नौसेना कर्मियों ने करीब 20 नावों के मछली पकड़ने के जाल और अन्य उपकरणों को नुकसान पहुंचाया. इस घटना को लेकर तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने विदेश मंत्री एस. जयशंकर को पत्र लिखकर तत्काल हस्तक्षेप की मांग की है. सीएम ने पत्र में कहा कि ऐसी घटनाएं नावों और उपकरणों के नुकसान, लंबी अवधि की हिरासत और प्रभावित परिवारों पर भारी मानसिक असर डालती हैं.
उन्होंने यह भी कहा कि मछली पकड़ने के वार्षिक प्रतिबंध के बाद जब मछुआरे बड़ी उम्मीदों के साथ समुद्र में लौटे हैं, तब इस प्रकार की कार्रवाई उनकी आजीविका पर गहरा असर डालती है. उन्होंने केंद्र सरकार से आग्रह किया कि श्रीलंकाई अधिकारियों से तत्काल राजनयिक बातचीत की जाए ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं रोकी जा सकें और सीमा विवाद पर आपसी समझदारी बन सके.

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