शादी का झांसा देकर नाबालिग से दो लोग करते रहे रेप, बच्चा होने पर छोड़ा, माता-पिता समेत 16 के खिलाफ केस दर्ज
AajTak
महाराष्ट्र में रेप की एक ऐसी वारदात हुई है जिसे जानकर आप हैरान रह जाएंगे. दो लोगों ने शादी का झांसा देकर 17 साल की एक युवती के साथ कई बार रेप किया और जब युवती को बच्चा हो गया तो दोनों ने उसे छोड़ दिया. अब मामला सामने आने के बाद पुलिस ने नाबालिग के माता-पिता सहित कुल 16 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है.
महाराष्ट्र के पालघर में शादी का झांसा देकर दो लोगों द्वारा 17 साल की नाबालिग लड़की से रेप करने का मामला सामने आया है. रेप के बाद युवती गर्भवती हो गई और उसके दो बच्चे भी हो गए. पुलिस ने मंगलवार को बताया कि पालघर जिले की एक 17 वर्षीय लड़की के साथ दो लोगों ने शादी के बहाने अलग-अलग मौकों पर बलात्कार किया, जिसके बाद वह गर्भवती हो गई.
न्यूज एजेंसी के मुताबिक पुलिस अधिकारी ने बताया कि लड़की की शिकायत के आधार पर पुलिस ने रविवार को दो आरोपियों, पीड़िता के माता-पिता और दो डॉक्टरों समेत 16 लोगों के खिलाफ अलग-अलग आरोपों में मामला दर्ज किया है.
पुलिस ने इस मामले में ज्यादा जानकारी देने से इनकार करते हुए कहा कि कुछ लोगों को हिरासत में भी लिया गया है. अचोले पुलिस स्टेशन के एक अधिकारी ने कहा कि नालासोपारा इलाके की रहने वाली लड़की द्वारा दर्ज की गई शिकायत के अनुसार, दो लोगों ने उसे शादी के वादे पर 2021 से झांसे में रखा और अलग-अलग मौकों पर उसके साथ बार-बार रेप किया.
उन्होंने बताया कि लड़की गर्भवती हो गई और उसके दो बच्चे हुए, बाद में दोनों आरोपियों ने लड़की और बच्चों को छोड़ दिया. अधिकारी ने कहा कि बलात्कारियों में से एक पीड़िता को उस समय अमरावती ले गया जब वह गर्भवती थी, उसकी पहचान छिपाई और वहां डिलीवरी होने के बाद दोनों को छोड़ दिया.
उन्होंने बताया कि लड़की के माता-पिता और चाचा सहित आठ आरोपियों ने एक परिचित के माध्यम से कथित बलात्कारियों में से एक से 4 लाख रुपये लिए और पीड़ित लड़की को बेचने के लिए एक व्यक्ति को सौंप दिया. इस मामले में आरोपियों में उस अस्पताल की दो महिला डॉक्टर भी शामिल हैं जहां पीड़िता ने बच्चों को जन्म दिया और एक वकील भी शामिल है, जिसकी भूमिका एफआईआर में जाहिर नहीं की गई है.
16 आरोपियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 376 (बलात्कार), 376 (2) (एन) (गंभीर यौन उत्पीड़न), 317 (12 साल से कम उम्र के बच्चे को माता-पिता या उसकी देखभाल करने वाले व्यक्ति द्वारा छोड़ देना) के तहत मामला दर्ज किया है और मामले की जांच की जा रही है.
अरविंद केजरीवाल के लिए मुसीबतें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. अप्रैल 1 से जेल में बंद केजरीवाल को 10 मई को बाहर आने की इजाजत मिली. लोकसभा चुनाव जब चरम पर था तब 40 दिन केजरीवाल को जेल में बिताने पड़े. बाहर निकले तो एक और विवाद आकर खड़ा हो गया. स्वाति मालीवाल वाला केस. अब एक तरफ केजरीवाल चुनाव प्रचार में व्यस्त हैं तो दूसरी तरफ पार्टी की इस कलह का भी समाधान ढूंढ रहे हैं.
उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी चारधाम यात्रा का जायजा लेने बड़कोट पहुंचे. उन्होंने यमुनोत्री नेशनल हाइवे पर बड़कोट में बने पंजीकरण जांच केंद्र पर पंहुचकर यात्रियों की समस्याएं सुनीं. इससे एक दिन पहले उन्होंने आला अधिकारियों के साथ बैठक कर चार धाम यात्रा को नियंत्रित करने के बारे में दिशा निर्देश दिए थे.
स्वाति मालीवाल ने सोशल मीडया पोस्ट में कहा है कि हर बार की तरह इस बार भी राजनीतिक हिटमैन ने खुद को बचाने की कोशिशें शुरू कर दी हैं. अपने लोगों से ट्वीट करवाकर, आधी-अधूरी बिना संदर्भ की वीडियो चलाकर इसे लगता है कि ये इस अपराध को अंजाम देकर खुद को बचा लेगा. कोई किसी को पीटते हुए वीडियो बनाता है भला? घर के अंदर की और कमरे की सीसीटीवी फुटेज की जांच होते ही सत्य सबके सामने होगा. जिस हद तक गिर सकता है गिर जा, भगवान सब देख रहा है. एक ना एक दिन सब की सच्चाई दुनिया के सामने आएगी.