
लौट कर राहुल गांधी यूपी ही आए, क्या दक्षिण में नहीं मिला दिल्ली का रास्ता?
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भारत जोड़ो न्याय यात्रा का रूट देखें तो साफ है कि राहुल गांधी फिर से यूपी का रुख कर रहे हैं, अमेठी भी लौट रहे हैं. देखना होगा, राहुल गांधी कैसे उत्तर और दक्षिण की राजनीति के फर्क पर यूपी के लोगों के सामने अपना पक्ष रखते हैं - और INDIA ब्लॉक के सहयोगियों को साथ लेकर चल पाते हैं.
राहुल गांधी ने पिछली बार भारत जोड़ो यात्रा के दौरान कुछ समय यूपी में गुजारा था, लेकिन इस बार यूपी पर ज्यादा जोर लग रहा है. और यात्रा का नाम बदले जाने के पीछे भी यूपी की राजनीति ही लगती है. पहले इसका नाम 'न्याय यात्रा' रखा गया था, लेकिन अब ये 'भारत जोड़ो न्याय यात्रा' के नाम से सामने आ रही है. मणिपुर से शुरू होकर मुंबई में खत्म होने वाली यात्रा के तहत राहुल गांधी सबसे ज्यादा वक्त यूपी में ही गुजारने वाले हैं.
ये भी कांग्रेस का देर से लिया गया एक फैसला है, अब तो चुनाव नतीजे ही बताएंगे कि दुरूस्त भी है या नहीं? देखना होगा, कैसे राहुल गांधी उत्तर-दक्षिण की राजनीति के फर्क पर यूपी के लोगों के सामने अपना पक्ष रखते हैं, और सनातन के मुद्दे पर कांग्रेस का स्टैंड समझाते हैं - और INDIA ब्लॉक के सहयोगियों को साथ लेकर चल पाते हैं. हालांकि, 2021 के केरल विधानसभा चुनाव में प्रचार के दौरान उन्होंने उत्तर भारतीयों को लेकर ऐसा बयान दिया था, जिस पर उनकी सफाई तो बनती ही है- 'पहले 15 साल मैं उत्तर भारत से सांसद रहा. इसलिए मुझे अलग तरह की राजनीति की आदत हो गई थी. मेरे लिए केरल आना नया अनुभव था. क्योंकि अचानक मैंने देखा कि लोग मुद्दों में दिलचस्पी रखते हैं, सिर्फ दिखावे के लिए नहीं बल्कि गहनता से उस पर विचार करते हैं.' जब राहुल ये बयान दे रहे थे तो शायद उन्हें अंदाजा नहींं होगा कि उन्हें फिर उन्हीं भारतीयों के समक्ष जाना होगा.
वैसे, कांग्रेस में प्रियंका गांधी वाड्रा की जगह यूपी का प्रभार अविनाश पांडे को सौंपे जाने के बाद कई सवाल खड़े होने लगे थे. एक सवाल ये भी था कि क्या राहुल की तरह प्रियंका गांधी ने भी उत्तर प्रदेश की राजनीति से दूरी बना ली है?
ये समझने की बड़ी वजह ये रही कि प्रियंका गांधी भी राहुल गांधी वाली स्टाइल में ही यूपी से अलग होती देखी गईं. राहुल गांधी के मामले में तो ऐसा लगा था कि 2019 के आम चुनाव में, खासकर अमेठी में, कांग्रेस की हार के बाद उनको दक्षिण भारत की राजनीति में ज्यादा मजा आने लगा था, और करीब करीब वैसे ही 2022 के यूपी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस के हिस्से में महज दो सीटें आने के बाद प्रियंका गांधी वाड्रा की भी दिलचस्पी खत्म हो गई थी. अब कांग्रेस ने अपने एक फैसले से ऐसे सवालों का अपनी तरफ से जवाब देने की कोशिश की है, फिर भी अभी बहुत सारे सवाल हैं जो यूपी के लोगों के मन में हैं और राहुल गांधी से आमने सामने की भेंट में पूछे जाएंगे.
भारत जोड़ो न्याय यात्रा वाया यूपी पॉलिटिक्स
राहुल गांधी की नई यात्रा पिछली भारत जोड़ो यात्रा से काफी अलग होगी. पिछली यात्रा में राहुल गांधी सहित सभी भारत यात्रियों ने पदयात्रा की थी, लेकिन इस बार पदयात्राएं छोटी होंगी और बड़ा हिस्सा बस से तय किया जाएगा.

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