लॉकडाउन नहीं, वैक्सीन है कोरोना का समाधान, टीका लगवाकर बोले दिल्ली के डिप्टी CM मनीष सिसोदिया
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दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा है कि कोरोना का समाधान वैक्सीन है. लॉकडाउन इसका समाधान नहीं है. वैक्सीन जितनी जल्दी सबके लिए उपलब्ध हो जाये, उतना अच्छा होगा.
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस की महामारी फिर तेजी पकड़ती नजर आ रही है. सख्ती और लॉकडाउन को लेकर अटकलों का बाजार एक बार फिर से गर्म हो गया है. इन सबके बीच दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया ने कहा है कि कोरोना का समाधान वैक्सीन है, लॉकडाउन इसका समाधान नहीं है. वैक्सीन जितनी जल्दी सबके लिए उपलब्ध हो जाये, उतना अच्छा होगा. सिसोदिया शनिवार को कोरोना की वैक्सीन लगवाने के बाद पत्रकारों से बात कर रहे थे. डिप्टी सीएम सिसोदिया शनिवार को अपनी पत्नी सीमा सिसोदिया के साथ सेंट्रल दिल्ली के मौलाना आजाद अस्पताल में वैक्सीन लगवाने पहुंचे थे. सपरिवार वैक्सीन लगवाने के बाद मनीष सिसोदिया ने कहा कि वैक्सीन लगवा लिया है. उम्मीद है कि सब ठीक रहेगा. अब तक कोई समस्या नहीं है. मुझे खुशी है कि हमारे देश के वैज्ञानिकों ने कठिन समय के बीच इस वैक्सीन को बनाया और हम लोगों के लिए उपलब्ध कराया. तमाम देशवासियों की तरफ से उन्हें धन्यवाद करता हूं. उन्होंने दिल्ली के लोगों से भी अपील करते हुए कहा कि जो लोग 45 साल से अधिक उम्र के हैं, वे सभी जल्द से जल्द वैक्सीन लगवा लें.राजकोट के टीआरपी गेमजोन में लगी आग से 28 लोगों की जलकर मौत हो गई थी. मृतकों के शव इतनी बुरी तरह से जल गए थे कि उनकी पहचान तक मुश्किल थी. ऐसे में गेमजोन के एक मालिक की जलकर मौत होने का दावा किया गया था. इसके लिए मिले अवशेषों के डीएनए सैंपल का मिलान गेम जोन के मालिकों की मां से किया गया. इसमें से एक सैंपल मैच हुआ है. इससे यह पुष्टि की गई कि मालिक प्रकाश हिरन की भी जलकर मौत हो गई थी.
हिट एंड रन की ये घटना 19 मई की है. पुणे के कल्याणी नगर इलाके में रियल एस्टेट डेवलपर विशाल अग्रवाल के 17 साल आठ महीने के बेटे ने अपनी स्पोर्ट्स कार पोर्श से बाइक सवार दो इंजीनियरों को रौंद दिया था, जिससे दोनों की मौत हो गई थी. इस घटना के 14 घंटे बाद नाबालिग आरोपी को कोर्ट से कुछ शर्तों के साथ जमानत मिल गई थी. हालांकि बाद में आरोपी को फिर से कस्टडी में लेकर जुवेनाइल सेंटर भेज दिया गया.
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भूस्खलन के प्रभाव के कारण कई घर और श्रमिक शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 21 लोग दब गए. अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं और आठ लोग अभी भी लापता हैं.