लखनऊ: लॉकडाउन में नहीं लगी नौकरी तो सिविल इंजीनियर ने खोल ली ऑनलाइन कबाड़ी की दुकान
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लॉकडाउन में पढ़ाई पूरी करने के बाद नौकरी के लिए जब कोई भी ऑप्शन नहीं दिखा तो वह लखनऊ लौटकर घर में ऑनलाइन kabadi.com खोल लिया. ओमप्रकाश का मकसद था कि कबाड़ के सामान को ऑनलाइन लेकर लोगों तक उचित रुपये और सही सामान लिया जा सके.
लॉकडाउन में नौकरी ना मिल पाने की वजह से सिविल इंजीनियर युवक ने अपने घर पहुंचकर कबाड़ी की दुकान खोल ली. यही नहीं उसने कबाड़ को ऑनलाइन मंगवाकर अपने लिए रोजगार की व्यवस्था की. हालांकि शुरुआत में समाज के लोगों ने काफी बुराई की, लेकिन कुछ समय बाद युवक खुद की गोदाम और कर्मचारी रखकर काम करने लगा. आज सभी लोग उसके काम से खुश हैं. मड़ियाओं थाना क्षेत्र में रहने वाले ओमप्रकाश, जिन्होंने गवर्नमेंट पॉलिटेक्निक कॉलेज से सिविल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की है.करीब सवा सौ गज के एक छोटे से मकान में यह अस्पताल चल रहा था. इस मकान की स्थिति ऐसी है कि वह किसी भी वक्त गिर सकता है. अस्पताल के ग्राउंड फ्लोर पर ऑक्सीजन के सिलेंडर बिखरे मिले. इनमें से कुछ सिलेंडर के परखचे उड़े हुए थे, क्योंकि आग लगने के बाद इनमें विस्फोट हुआ था अस्पताल में लगी आग को भयावह रूप देने में इन ऑक्सीजन सिलेंडर ने भी मदद की.
लोकसभा चुनाव के आखिरी फेज में प्रचार के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आध्यात्मिक यात्रा पर जा रहे हैं. इस बार वे कन्याकुमारी में आध्यात्मिक प्रवास पर हैं. पीएम मोदी 30 मई से 1 जून तक कन्याकुमारी में ध्यान लगाएंगे. स्वामी विवेकानन्द ने भी यहीं तप किया था. पीएम ने 2019 में केदारनाथ, 2014 में शिवाजी के प्रतापगढ़ में ध्यान लगाया था.