
रेप के बाद पीड़िता का ‘कुछ मत सोचना’ जैसा मैसेज भेजना असंभव... कोर्ट ने आरोपी को किया बरी
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दिल्ली की एक अदालत ने गुरुवार को व्हाट्सएप चैट का हवाला देते हुए बलात्कार के एक मामले में आरोपी व्यक्ति को बरी कर दिया. अदालत ने कहा कि व्हाट्सएप चैट ने अभियोजक के आरोपी द्वारा जबरन यौन संबंध के बयान को पूरी तरह से खारिज कर दिया.
दिल्ली की एक अदालत ने गुरुवार को एक रेप के आरोपी व्यक्ति को व्हाट्सएप चैट्स के आधार पर बरी कर दिया. अदालत ने कहा कि महिला और आरोपी पुरुष के बीच व्हाट्सएप मैसेजों के आदान-प्रदान घटना के बाद और पहले अभियोजन पक्ष के दावों का खंडन करता है.
दिल्ली की अदालत ने मामले में आरोपी को बरी करते हुए कहा, "व्हाट्सएप चैट ने अभियोजक के आरोपी द्वारा जबरन यौन संबंध के बयान को पूरी तरह से खारिज कर दिया."
घटना के बाद किया ये मैसेज
अदालत ने अपनी टिप्पणी में कहा कि आरोपी और महिला के बीच व्हाट्सएप चैट बहुत व्यक्तिगत और अंतरंग थी. और "महिला द्वारा लगाए गए मौखिक आरोपों के बिल्कुल अलग है. अदालत के अनुसार, घटना के तुरंत बाद महिला द्वारा भेजा गया संदेश 'कुछ मत सोचना' था.
अदालत ने कहा, "जबरन यौन संबंध की घटना के तुरंत बाद इस तरह की व्हाट्सएप चैट बेहद असंभव है और यह जबरन यौन संबंध के अभियोजन पक्ष के मामले को पूरी तरह से खारिज कर देती है."
'सार्वजनिक स्थान पर कार के अंदर रेप असंभव'

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