
रूस की नदी में डूबे 4 भारतीय छात्र, वीडियो कॉल पर परिवार ने देखा बेटे की मौत का मंजर
AajTak
दोनों मृ़तक मेडिकल छात्र दोस्तों हर्षल अनंतराव देसाले, मलिक गुलामगौस मोहम्मद याकूब और निशा भूपेश सोनावाने के साथ नदी के तट पर टहलने निकले थे. इसी दौरान तेज लहर आई और छात्रों को बहाकर गहरे पानी में ले गई और देखते ही देखते 4 छात्र डूब गए. इस पूरी घटना को परिवार बेबस होकर वीडियो कॉल पर देखता रहा.
रूस की वोल्खोव नदी में पांच भारतीय मेडिकल छात्र डूब गए, जिनमें से दो के शवों को बरामद कर लिया गया है और दो छात्रों की तलाश जारी है. वहीं एक छात्र को बचा लिया गया. ये सभी छात्र एरोस्लाव-द-वाइज नोवगोरोड स्टेट यूनिवर्सिटी में मेडिकल की पढ़ाई करने रूस गए थे. मृतकों की पहचान महाराष्ट्र के जलगांव के रहने वाले भाई-बहन जिशान अशपाक पिंजरी और जिया के रूप में हुई है. घटना के दौरान जिशान वीडियो कॉल पर अपने घरवालों से बात कर रहा था. मृतक के परिवार वालों ने इसकी जानकारी दी.
जानकारी के मुताबिक दोनों मेडिकल छात्र दोस्तों हर्षल अनंतराव देसाले, मलिक गुलामगौस मोहम्मद याकूब और निशा भूपेश सोनावाने के साथ नदी के तट पर टहलने निकले थे. इसी दौरान तेज लहर आई और छात्रों को बहाकर गहरे पानी में ले गई और देखते ही देखते 4 छात्र डूब गए. इस पूरी घटना को परिवार बेबस होकर वीडियो कॉल पर देखता रहा. परिवार ने देखा कि पानी से बाहर निकलने की तमाम कोशिशों के बावजूद जिशान व अन्य छात्र बच नहीं पाए. इनमें से सिर्फ एक छात्र निशा सोनावाने बची है, जिसका रूस के एक अस्पताल में इलाज चल रहा है.
न्यूज एजेंसी के मुताबिक परिवार के एक सदस्य ने स्थानीय मीडिया को बताया, "जब वे वोल्खोव नदी के पानी में टहल रहे थे तो जिशान ने अपने परिवार को वीडियो कॉल किया. उनके पिता और परिवार के अन्य सदस्य जिशान और अन्य लोगों से नदी के पानी से बाहर आने को कह रह थे, लेकिन तभी एक तेज लहर ने उन्हें बहा दिया."
जलगांव के जिला कलेक्टर आयुष प्रसाद ने कहा कि मृतक छात्रों के शवों को भारत वापस लाने के प्रयास जारी हैं. जिशान और जिया जलगांव जिले के अमलनेर के भाई-बहन थे, जबकि हर्षल देसाले जलगांव जिले के ही भड़गांव के रहने वाले थे. विश्वविद्यालय ने रूस में भारतीय दूत से संपर्क कर दुखद क्षति पर अपनी संवेदना व्यक्त की है.
सेंट पीटर्सबर्ग में भारत के महावाणिज्य दूतावास ने पुष्टि की है कि 18-20 वर्ष की आयु के छात्र विश्वविद्यालय में मेडिकल की पढ़ाई कर रहे थे. विदेश मंत्रालय द्वारा जारी एक आधिकारिक बयान में कहा गया है, "घटना में, पांचवें भारतीय छात्र को डूबने से बचा लिया गया और वर्तमान में उसका इलाज चल रहा है. सेंट पीटर्सबर्ग में वाणिज्य दूतावास विश्वविद्यालय और स्थानीय अधिकारियों के संपर्क में है और हर संभव सहायता प्रदान कर रहा है. स्थानीय आपातकालीन सेवाओं ने अब तक वोल्खोव नदी से दो शव बरामद किए हैं. हम परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त करते हैं. शेष दो लापता छात्रों की तलाश जारी है. दुर्घटना में शामिल पांच छात्र महाराष्ट्र के जलगांव जिले के हैं."

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ ग्लोबल सुपर एक्सक्लूसिव बातचीत की. आजतक से बातचीत में राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि मैं आज जो इतना बड़ा नेता बना हूं उसके पीछे मेरा परिवार है. जिस परिवार में मेरा जन्म हुआ जिनके बीच मैं पला-बढ़ा मुझे लगता है कि इन सब ने मिलाकर मुझे वो बनाया है जो आज मैं हूं.

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक के साथ खास बातचीत में बताया कि भारत-रूस के संबंध मजबूत होने में वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का महत्वपूर्ण योगदान है. पुतिन ने कहा कि वे पीएम मोदी के साथ काम कर रहे हैं और उनके दोस्ताना संबंध हैं. उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि भारत को प्रधानमंत्री मोदी के साथ काम करने पर गर्व है और वे उम्मीद करते हैं कि मोदी नाराज़ नहीं होंगे.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की एक खास बातचीत की गई है जिसमें उन्होंने रूस की इंटेलिजेंस एजेंसी की क्षमता और विश्व की सबसे अच्छी एजेंसी के बारे में अपने विचार साझा किए हैं. पुतिन ने कहा कि रूस की इंटेलिजेंस एजेंसी अच्छा काम कर रही है और उन्होंने विश्व की अन्य प्रमुख एजेंसियों की तुलना में अपनी एजेंसी की क्षमता पर गर्व जताया.

भारत आने से पहले रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक की मैनेजिंग एडिटर अंजना ओम कश्यप और इंडिया टुडे की फॉरेन अफेयर्स एडिटर गीता मोहन के साथ एक विशेष बातचीत की. इस बातचीत में पुतिन ने वैश्विक मुद्दों पर खुलकर अपनी राय दी, खासतौर पर रूस-यूक्रेन युद्ध पर. उन्होंने स्पष्ट किया कि इस युद्ध का दो ही समाधान हो सकते हैं— या तो रूस युद्ध के जरिए रिपब्लिक को आजाद कर दे या यूक्रेन अपने सैनिकों को वापस बुला ले. पुतिन के ये विचार पूरी दुनिया के लिए महत्वपूर्ण हैं क्योंकि यह युद्ध अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गहरी चिंता का विषय बना हुआ है.

कनाडा अगले साल PR के लिए कई नए रास्ते खोलने जा रहा है, जिससे भारतीय प्रोफेशनल्स खासकर टेक, हेल्थकेयर, कंस्ट्रक्शन और केयरगिविंग सेक्टर में काम करने वालों के लिए अवसर होंगे. नए नियमों का सबसे बड़ा फायदा अमेरिका में H-1B वीज़ा पर फंसे भारतीयों, कनाडा में पहले से वर्क परमिट पर मौजूद लोगों और ग्रामीण इलाकों में बसने को तैयार लोगों को मिलेगा.

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक के 'वर्ल्ड एक्सक्लूसिव' इंटरव्यू में दुनिया के बदलते समीकरणों और भारत के साथ मजबूत संबंधों के भविष्य पर खुलकर बात की. पुतिन ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी किसी के दबाव में काम नहीं करते. उन्होंने भारत को विश्व विकास की आधारशिला बताया और स्पेस, न्यूक्लियर तकनीक समेत रक्षा और AI में साझेदारी पर जोर दिया.







