
रूस-अमेरिका के बीच टूटा 36 साल पुराना करार, पुतिन के आदेश पर फिर बनेंगी ये खतरनाक मिसाइलें
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रूस के साथ संघर्ष में कीव का समर्थन करने के लिए अमेरिका ने यूक्रेन को कम दूरी की मिसाइलों की आपूर्ति की है. पुतिन ने इसकी प्रतिक्रिया में फिरे मध्यम और कम दूरी की मिसाइलों का उत्पादन शुरू करने का आदेश दिया है.
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने शुक्रवार को कहा कि रूस को छोटी और मध्यम दूरी की मिसाइलों का उत्पादन फिर से शुरू करना चाहिए, जिन पर अमेरिका के साथ अब समाप्त हो चुकी हथियार संधि के तहत प्रतिबंध लगाया गया था. पुतिन 500 से 5,500 किलोमीटर (300-3,400 मील) की रेंज वाली मिसाइलों का जिक्र कर रहे थे, जिन्हें शीत युद्ध के समय इंटरमीडिएट-रेंज न्यूक्लियर फोर्सेज (INF) ट्रीटी के तहत प्रतिबंधित कर दिया गया था.
अमेरिका ने 2019 में रूस पर इस संधि का पालन नहीं करने का आरोप लगाया था और इससे बाहर आ गया था. तब क्रेमलिन (रूसी राष्ट्रपति का कार्यालय) ने कहा था कि अगर अमेरिका ऐसी मिसाइलें तैनात करने से बचता है, जिनकी पहुंच रूस के भीतरी इलाकों तक हो, तो वह छोटी और मध्यम दूरी की मिसाइलों के उत्पादन पर रोक जारी रखेगा. अपने शीर्ष सुरक्षा अधिकारियों को एक टेलीविजन संबोधन में पुतिन ने कहा कि अमेरिका ने डेनमार्क में सैन्य अभ्यास में ऐसी मिसाइलों का उपयोग करना शुरू कर दिया है, जो रूस के भीतर तक हमला करने में सक्षम हैं.
पुतिन ने कहा, 'मॉस्को ने संयुक्त राज्य अमेरिका को चेतावनी दी थी कि ब्लैक सी के ऊपर ड्रोन उड़ानों से सीधे सैन्य टकराव का खतरा है. हमें इस पर प्रतिक्रिया देने और इस क्षेत्र में आगे क्या करना चाहिए, इसके बारे में निर्णय लेने की जरूरत है. ऐसा लगता है कि हमें इन स्ट्राइक सिस्टम का उत्पादन शुरू करने की जरूरत है. और फिर, परिस्थितियों के अनुसार हमारी सुरक्षा के लिए उन्हें कहां तैनात किया जाए, इसके बारे में निर्णय लेंगे'.
सुपरपावर बनने की प्रतिद्वंद्विता में परमाणु हथियारों की होड़ को सीमित करने और तनाव कम करने के लिए दोनों देशों के बीच शीत युद्ध के दौरान हथियारों को लेकर कई संधियां हुई थीं, जो हाल के वर्षों में टूट गई हैं या समाप्त हो गई हैं. रूस पिछले साल न्यू स्टार्ट ट्रीटी से बाहर आ गया था, जो दोनों पक्षों के बीच परमाणु हथियारों को लेकर आखिरी समझौता था. रूस के साथ संघर्ष में कीव का समर्थन करने के लिए अमेरिका ने यूक्रेन को कम दूरी की मिसाइलों की आपूर्ति की है. पुतिन ने इसकी प्रतिक्रिया में फिरे मध्यम और कम दूरी की मिसाइलों का उत्पादन शुरू करने का आदेश दिया है.

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