
'राष्ट्रपति भवन और PM आवास को छोड़ें प्रदर्शनकारी', श्रीलंका के बार एसोसिएशन की अपील
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बीएएसएल ने एक बयान में कहा कि वह टेंपल ट्रीज पीएम आवास और राष्ट्रपति भवन में तोड़फोड़ की घटना से बेहद चिंतित हैं और इन परिसरों में रहने वालों से अधिकारियों को सौंपने और इन इमारतों की कस्टडी देने का आह्वान किया.
श्रीलंका में आर्थिक संकट से त्रस्त नागरिक सड़कों पर हैं. प्रदर्शन के नाम पर आगजनी, तोड़फोड़ और बवाल किया जा रहा है. इस बीच, तीन दिन पहले भीड़ ने राष्ट्रपति भवन और प्रधानमंत्री आवास पर भी कब्जा जमा लिया. यहां भीड़ के खूब इंजॉय करने की तस्वीरें सामने आईं. भीड़ के हिंसक होने और सरकारी भवनों पर कब्जा करने की घटना पर बार एसोसिएशन ऑफ श्रीलंका (BASL) ने आपत्ति जताई है. BASL ने प्रदर्शनकारियों से राष्ट्रपति भवन और पीएम आवास को अधिकारियों को सौंपने के लिए कहा है.
BASL ने विपक्षी दलों समेत अन्य समूहों के बयानों पर भी चिंता जताई और कहा कि हाल के घटनाक्रम कानून के शासन और संवैधानिक शासन को कमजोर करते हैं. बीएएसएल ने सभी लोगों से संवैधानिक दायरे में रहकर समाधान निकालने और कानूनी प्रक्रिया का पालन करने की अपील की है.
बीएएसएल ने एक बयान में कहा कि वह टेंपल ट्रीज पीएम आवास और राष्ट्रपति भवन में तोड़फोड़ की घटना से बेहद चिंतित हैं और इन परिसरों में रहने वालों से अधिकारियों को सौंपने और इन इमारतों की कस्टडी देने का आह्वान किया.
बीएएसएल का कहना था कि संविधान और कानून के शासन का पालन करने की जरूरत है. 9 जुलाई की घटनाएं हमारे राष्ट्र के इतिहास में अभूतपूर्व हैं, जो जनता के गहरे असंतोष को दर्शाती हैं. सैकड़ों हजारों प्रदर्शनकारी कोलंबो की सड़कों पर विरोध प्रदर्शन करते देखे गए. ये राष्ट्रपति गोटबाया राजपक्षे के खिलाफ नाराजगी को दर्शाती हैं. पार्टी नेताओं की बैठक के बाद घोषणा कर दी गई है कि नए प्रेसिडेंट का चुनाव 20 जुलाई को होगा.
बार एसोसिएशन ऑफ श्रीलंका (बीएएसएल) सत्ता के सुचारू और शांतिपूर्ण वातावरण के अपने आह्वान को दोहराता है और पार्टी नेताओं द्वारा कम समय-सीमा में चुनाव कराए जाने का स्वागत करता है, जिसका सभी को पालन करना चाहिए.

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