राष्ट्रपति पद से हटते ही क्यों महबूबा मुफ्ती के निशाने पर आ गए रामनाथ कोविंद?
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रामनाथ कोविंद का कार्यकाल 24 जुलाई को खत्म हो गया. राष्ट्रपति पद से हटते ही रामनाथ कोविंद जम्मू कश्मीर की पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती के निशाने पर आ गए. महबूबा मुफ्ती ने कहा, कोविंद अपने पीछे एक ऐसी विरासत छोड़ गए हैं जहां भारतीय संविधान को अनेक बार कुचला गया.
द्रौपदी मुर्मू ने सोमवार को देश के 15वें राष्ट्रपति के तौर पर शपथ ली. इसी के साथ जम्मू कश्मीर की पूर्व सीएम और पीडीपी चीफ महबूबा मुफ्ती ने पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद पर निशाना साधा है. महबूबा मुफ्ती ने कहा, निवर्तमान राष्ट्रपति (रामनाथ कोविंद) अपने पीछे एक ऐसी विरासत छोड़ गए हैं जहां भारतीय संविधान को अनेक बार कुचला गया.
महबूबा मुफ्ती ने ट्वीट कर कहा, चाहें आर्टिकल 370 की बात हो, नागरिकता कानून (CAA) हो या अल्पसंख्यकों या दलितों को निशाना बनाना हो. उन्होंने भारतीय संविधान के नाम पर भाजपा के राजनीतिक एजेंडे को पूरा किया.
The outgoing President leaves behind a legacy where the Indian Constitution was trampled upon umpteenth times. Be it scrapping of Article 370,CAA or the unabashed targeting of minorities & Dalits, he fulfilled BJPs political agenda all at the cost of the Indian Constitution.
इससे पहले महबूबा मुफ्ती ने 'हर घर तिरंगा अभियान' को लेकर भी मोदी सरकार पर निशाना साधा. मुफ्ती ने ट्वीट कर कहा, जम्मू कश्मीर में जिस तरह प्रशासन छात्रों, दुकानदारों और कर्मचारियों को राष्ट्रीय ध्वज फहराने के लिए भुगतान करने के लिए मजबूर कर रहा है, ऐसा लगता है कि कश्मीर एक दुश्मन क्षेत्र है जिसे कब्जा करने की जरूरत है.
लोकसभा चुनाव के लिए प्रचार का वक्त खत्म होने के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कन्याकुमारी के भगवती अम्मन मंदिर में शक्ति की पूजा की. यहां पर स्थापित देवी कन्याकुमारी की मूर्ति के दर्शन करते हुए उन्होंने अपनी शक्ति की साधना जारी रखी. यह मंदिर 108 शक्तिपीठों में से एक है और हर साल लाखों लोग इसे देखने आते हैं.