राजभर से अलायंस, दारा सिंह की वापसी, कुमारस्वामी से दोस्ती... 2024 से पहले बिछड़े दोस्तों से हाथ मिला रही BJP
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देश में अगले साल लोकसभा चुनाव होने हैं. उससे पहले सियासी समीकरण बदलते नजर आ रहे हैं. सत्तारूढ़ बीजेपी और विपक्ष के बीच राजनीतिक ताकत जुटाने की प्रतिस्पर्धा देखने को मिल रही है. 20 जुलाई से संसद का मानसून सत्र शुरू हो रहा है. सत्र से ठीक दो दिन पहले एनडीए और विपक्षी पार्टियों की बैठक को अहम माना जा रहा है. बीजेपी 2024 से पहले अपने बिछड़े दोस्तों को साथ लेकर आ रही है.
2024 का लोकसभा चुनाव करीब है. एनडीए (बीजेपी नेतृत्व) और यूपीए (कांग्रेस नेतृत्व) ने अपनी-अपनी चुनावी रणनीतियों को जमीन पर उतारना शुरू कर दिया है. विपक्षी एकता के शोर के बीच बीजेपी ने पिछले कुछ दिनों में राजनीतिक रूप से चौंकाने वाले फैसले लिए हैं. यही वजह है कि पार्टी ने बिछड़े दोस्तों को गठबंधन में शामिल करने की मुहिम छेड़ दी है. NDA में नई पार्टियों के शामिल होने के साथ बिछड़े दोस्तों की वापसी के लिए भी बातचीत चल रही है. कर्नाटक से लेकर आंध्र प्रदेश तक और यूपी से लेकर बिहार तक इसका असर देखने को मिल रहा है. आइए जानते हैं 2024 के चुनाव में बीजेपी का प्लान क्या है?
बता दें कि बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा ने 18 जुलाई को दिल्ली के एक होटल में एनडीए की बैठक बुलाई है. इसमें उन सभी पार्टियों को आने का न्यौता दिया गया है, जो 2024 के चुनावी गठबंधन में बीजेपी के साथ होंगे. इनमें पुराने सहयोगी जीतनराम मांझी, चिराग पासवान, उपेंद्र कुशवाहा, ओम प्रकाश राजभर का नाम शामिल है. एनसीपी से अजित पवार भी पहली बार एनडीए की बैठक का हिस्सा होंगे. आने वाले दिनों एनडीए में देवगौड़ा की पार्टी जेडीएस के भी आने की संभावना है. जयंत सिंह की पार्टी आरएलडी को लेकर भी चर्चाएं हैं. एनडीए की बैठक में 20 पार्टियों के शामिल होने की चर्चा है. फिलहाल, अभी गठबंधन पार्टियों की तस्वीर पूरी तरह साफ नहीं हुई है.
विपक्ष की बैठक भी 18 जुलाई को बेंगलुरु में
वहीं, 23 जून को पटना महाजुटान के बाद विपक्ष की दूसरी बड़ी बैठक आज कर्नाटक के बेंगलुरु में हो रही है. ये बैठक 18 जुलाई को होगी. उससे एक दिन पहले आजविपक्षी दलों के नेताओं के लिए डिनर रखा है. संयुक्त विपक्ष की बैठक में 24 पार्टियों को न्यौता दिया गया है. इस बैठक में आम आदमी पार्टी के शामिल होने को लेकर संशय बना हुआ है. पटना में 16 पार्टियों को आमंत्रित किया गया था, लेकिन 15 राजनीतिक दलों के नेता ही शामिल हुए थे. इस बैठक में सोनिया गांधी भी शामिल हो सकती हैं.
ओम प्रकाश राजभर वापस एनडीए में आए
सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर रविवार को एनडीए गठबंधन में शामिल हो गए हैं. उससे पहले उन्होंने बीजेपी के सीनियर्स लीडर्स से मुलाकात की. राजभर को लेकर पिछले कुछ दिनों तक चर्चाएं जोरों पर चल रही थीं. अब माना जा रहा है कि ओम प्रकाश राजभर ने एनडीए में आने से पहले बड़ा प्लान तैयार किया है. वे अपने छोटे बेटे अरुण राजभर को सुभासपा के टिकट पर गाजीपुर सीट से उप चुनाव लड़वाना चाहते हैं. यहां बीजेपी उन्हें समर्थन दे सकती है. वहीं, ओपी राजभर के भी यूपी सरकार में मंत्री बनने की चर्चा है. पहले बड़े बेटे अरविंद राजभर को बीजेपी से विधान परिषद भेजे जाने की चर्चा थी. अरविंद सुभासपा में राष्ट्रीय प्रमुख महासचिव हैं.
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