
ये तीन कारण... जिनसे बिगड़ा शेयर बाजार का मूड, ताश के पत्तों की तरह बिखरे 10 शेयर
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Stock Market संभल नहीं पा रहा है और सेंसेक्स-निफ्टी दोनों इंडेक्स भर-भराकर टूट रहे हैं. मंगलवार को भी BSE Sensex 500 अंक से ज्यादा, जबकि NSE Nifty 150 अंक से अधिक फिसल गया.
शेयर बाजार (Stock Market) में लगातार गिरावट का सिलसिला जारी है. सप्ताह के दूसरे कारोबारी दिन मंगलवार को सेंसेक्स-निफ्टी खुलने के साथ ही बिखरे हुए नजर आए. जैसे-जैसे दिन का कारोबार आगे बढ़ा, दोनों इंडेक्स में गिरावट तेज होती गई. मार्केट क्लोज होने से घंटेभर पहले तक BSE Sensex 500 अंक से ज्यादा फिसलकर, जबकि NSE Nifty 160 अंक से अधिक गिरावट लेकर बंद हुए. आइए उन तीन बड़े कारणों के बारे में जानते हैं, जिनसे बाजार का मूड बिगड़ा और सेंसेक्स-निफ्टी संभल न सके...
शुरू से अंत तक जारी रही गिरावट सबसे पहले बताते हैं Sensex-Nifty की चाल के बारे में, तो मंगलवार को बीएसई का सेंसेक्स अपने पिछले बंद 85,213.36 की तुलना में गिरावट के साथ 85,025 पर खुला था और फिर इसमें गिरावट बढ़ती चली गई. कारोबार के दौरान 30 शेयरों वाला ये इंडेक्स 500 अंक से ज्यादा फिसलकर 84,654.25 तक लुढ़क गया. हालांकि, अंक में ये 533 अंक गिरकर 84,679 पर क्लोज हुआ.
सेंसेक्स की तरह ही Nifty-50 भी शुरुआत से ही गिरावट के साथ रेड जोन में कारोबार करता हुआ दिखाई दिया. अपने पिछले बंद 26,027 के मुकाबले फिसलकर 25,951 पर खुलने के बाद नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का ये इंडेक्स कारोबार के दौरान 25,848.15 के दिन के लो-लेवल तक टूट गया और अंत में ये 167 अंकों की गिरावट के साथ 25,860 पर क्लोज हुआ.
बाजार में गिरावट के ये 3 कारण
पहला कारण: शेयर बाजार में तेज गिरावट के पीछे के बड़े कारणों के बारे में बात करें, तो सबसे बड़ी वजह भारतीय करेंसी रुपया (Indian Currency Rupee) में गिरावट नजर आती है. रुपया बीते कुछ दिनों से लगातार टूट रहा है और मंगलवार को रुपया डॉलर के मुकाबले 91 का स्तर पार कर गया. इतिहास में ये पहली बार है, जबकि रुपये इस स्तर से नीचे लुढ़का है. FPI की बिकवाली समेत अन्य कई कारणों से रुपये पर दबाव पड़ा है.
दूसरा कारण: विदेशी निवेशकों की बेरुखी बाजार में गिरावट के पीछे दूसरी वजह विदेशी निवेशकों द्वारा लगातार की जा रही बिकवाली को भी माना जा सकता है. FPI निकासी के लेटेस्ट डेटा पर नजर डालें, तो साल के आखिरी दिसंबर महीने के शुरुआती दो हफ्तों में ही इन निवेशकों ने भारतीय बाजारों से 17,955 करोड़ रुपये निकाल लिए. बीते कारोबारी दिन सोमवार को उन्होंने लगभग 1,468 करोड़ रुपये की सेलिंग की. इस बिकवाली से निवेशकों के सेंटीमेंट पर खराब असर पड़ा और बाजार में गिरावट दिखी है.













