यूपी पंचायत चुनाव: राम की नगरी में भाजपा धराशायी, सपा ने जीती 40 में से 24 सीटें
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उत्तर प्रदेश में 4 चरणों में हुए त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के वोटों की गिनती जारी है. भारी तैयारियों के बावजूद पंचायत चुनाव में भाजपा शुरुआत से रुझानों में लड़खड़ाने लगी है.
उत्तर प्रदेश में हुआ त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव पार्टी के लिए महत्वपूर्ण है और यूपी विधानसभा चुनाव से पहले इसे लिटमस टेस्ट की तरह देखा जा रहा है. इस लिटमस टेस्ट में कुछ रुझान ऐसे आ रहे हैं, जो कहीं ना कहीं चौंकाने वाले हैं- योगी सरकार में राम मंदिर का कार्य शुरू हो जाना विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा के लिए एक बड़ी जीत माना जा रहा था और न केवल अयोध्या में बल्कि यूपी में बीजेपी को इसके जरिए वोटों में बढ़ोत्तरी की पूरी उम्मीद थी. परंतु, पंचायत चुनाव के रुझानों में कुछ और ही तस्वीर नजर आ रही है. राम नगरी अयोध्या में 40 में से 24 सीटों पर समाजवादी पार्टी आगे चल रही है, तो वहीं भारतीय जनता पार्टी केवल 8 सीटों पर बढ़त बनाए हुए है. जनपद की 14 सीटों पर अन्य प्रत्याशी आगे हैं. हालांकि अभी रुझान और नतीजे आने में कई घंटे तक बाकी हैं, पर यह तस्वीर भाजपा की चिंता बढ़ा सकती है. उत्तर प्रदेश में हुए पंचायत चुनावों के पूरे नतीजे अभी तक नहीं आए हैं. आज भी इनके लिए गिनती चल रही है. 3050 जिला पंचायतों में से 702 पर बीजेपी आगे चल रही है. सपा 504 पर, तो बसपा 132 पर बढ़त लिए है. वहीं, कांग्रेस 62 सीटों के साथ आगे है, जबकि अन्य 608 के साथ आगे बढ़ रहे हैं. हालांकि ये सूत्रीय आंकड़े हैं और निर्वाचन आयोग ने अभी आंकड़े जारी नहीं किए हैं. तो वहीं, पश्चिमी यूपी के रुझान यह इशारे कर रहे हैं कि बीजेपी ने किसान आंदोलन के बाद अपना काफी कुछ खो दिया है. जानकारी के मुताबिक बागपत की ज्यादातर सीटों पर आरएलडी आगे चल रही है और बीजेपी काफी पीछे है.लखनऊ में लस्वर तिले को लेकर हिन्दू पक्ष और मुस्लिम पक्ष आमने-सामने हैं. ताजा सुनवाई में स्पष्ट तौर पर मुस्लिम पक्ष ने मांग की थी कि इसकी सुनवाई नहीं की जानी चाहिए कोर्ट में लेकिन कोर्ट ने उनकी यह याचिका खारिज कर दी है और अब सुनवाई उसी कोर्ट में चलेगी. इस पूरे मामले पर मुख्य पक्षकार से जानें पूरा मामला.
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