यूपी: कासगंज कांड का मुख्य आरोपी मोती सिंह एनकाउंटर में ढेर, सिपाही की हत्या में था वांटेड
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कासगंज के थाना सिढ़पुरा में अवैध शराब की सूचना पर छापेमार कार्रवाई करने गए यूपी पुलिस के सिपाही देवेंद्र सिंह की हत्या कर दी गई थी. इस मामले में पुलिस को मुख्य आरोपी मोती सिंह को पुलिस तलाश का रही थी.
कासगंज कांड के मुख्य आरोपी मोती सिंह को यूपी पुलिस ने एनकाउंटर में ढेर कर दिया. उसके पास से पुलिस ने दरोगा की गायब पिस्टल भी की बरामद की है. मोती सिंह सिढ़पुरा थाने के सिपाही की हत्या और दारोगा को बुरी तरह से घायल करने की घटना का मुख्य आरोपी था. घटना के दिन से फरार चल रहे मोती को पिछले कई दिनों से पुलिस तलाश कर रही थी. मुख्य आरोपी की गिरफ्तारी के लिए पुलिस टीम लगातार कई जिलों में दबिश दे रही थी. उस पर एक लाख रुपये का इनाम भी घोषित किया गया. लेकिन वह पुलिस की गिरफ्त से बाहर चल रहा था. फिलहाल, अब कासगंज कांड के एक लाख इनामिया मोती सिंह को पुलिस ने एनकाउंटर में मार गिराया गया है.राजकोट के टीआरपी गेमजोन में लगी आग से 28 लोगों की जलकर मौत हो गई थी. मृतकों के शव इतनी बुरी तरह से जल गए थे कि उनकी पहचान तक मुश्किल थी. ऐसे में गेमजोन के एक मालिक की जलकर मौत होने का दावा किया गया था. इसके लिए मिले अवशेषों के डीएनए सैंपल का मिलान गेम जोन के मालिकों की मां से किया गया. इसमें से एक सैंपल मैच हुआ है. इससे यह पुष्टि की गई कि मालिक प्रकाश हिरन की भी जलकर मौत हो गई थी.
हिट एंड रन की ये घटना 19 मई की है. पुणे के कल्याणी नगर इलाके में रियल एस्टेट डेवलपर विशाल अग्रवाल के 17 साल आठ महीने के बेटे ने अपनी स्पोर्ट्स कार पोर्श से बाइक सवार दो इंजीनियरों को रौंद दिया था, जिससे दोनों की मौत हो गई थी. इस घटना के 14 घंटे बाद नाबालिग आरोपी को कोर्ट से कुछ शर्तों के साथ जमानत मिल गई थी. हालांकि बाद में आरोपी को फिर से कस्टडी में लेकर जुवेनाइल सेंटर भेज दिया गया.
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भूस्खलन के प्रभाव के कारण कई घर और श्रमिक शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 21 लोग दब गए. अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं और आठ लोग अभी भी लापता हैं.