
यूक्रेन से जंग के बीच व्लादिमीर पुतिन का बड़ा बयान, जंग खत्म करना चाहते हैं रूसी राष्ट्रपति
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रूस-यूक्रेन जंग को 10 महीने गुजर जाने के बाद अब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की तरफ से इस मुद्दे पर बड़ा बयान आया है. पुतिन ने प्रेस कांफ्रेंस के दौरान कहा है कि रूस अब यूक्रेन के साथ इस जंग को लंबा नहीं खींचना चाहता और जल्द से जल्द युद्ध खत्म करना चाहता है.
रूस और यूक्रेन के बीच जारी जंग को 300 दिन से भी ज्यादा हो चुके हैं. लेकिन दोनों देशों के बीच जारी जंग फिलहाल थमती नहीं दिख रही है. हाल ही में यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की अमेरिका की यात्रा पर गए, जहां US ने उन्हें 1.85 बिलियन डॉलर की आर्थिक मदद दी है. हालांकि, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने एक बड़ा बयान दिया है.
पुतिन ने रूस में मीडिया को संबोधित करते हुए कहा है कि यूक्रेन के साथ लंबे से जारी जंग को यूक्रेन खत्म करना चाहता है. उन्होंने आगे कहा कि उनका लक्ष्य सैन्य संघर्ष को जारी रखना नहीं है. बल्कि वो तो इसके विपरीत युद्ध को समाप्त करना चाहते हैं. पुतिन ने कहा कि जंग खत्म करने के लिए वे प्रयास कर रहे हैं और आगे भी इस तरह के प्रयास करते रहेंगे. हथियारों से लैस जंग को सिर्फ कूटनीतिक बातचीत के जरिए ही समाप्त किया जा सकता है.
पैट्रियट पुराना एयर डिफेंस सिस्टम
मीडिया से बातचीत के दौरान पुतिन ने यूक्रेन को सप्लाई किए जा रहे अमेरिकी पैट्रियट डिफेंस सिस्टम के बारे में भी बातचीत की. उन्होंने कहा कि अमेरिका यूक्रेन को जो पैट्रियट एयर डिफेंस सिस्टम की आपूर्ति कर रहा है, वह अमेरिका की पुरानी हथियार प्रणाली है और रूस इसका मुकाबला करने में सक्षम है. रूस के पास इसका मुकाबला करने के लिए एस-300 सिस्टम है.
पीछे हटने को तैयार नहीं है नाटो
हाल ही में नाटो समूह के प्रमुख और महासचिव जेन्स स्टोलटेनबर्ग ने रूस-यूक्रेन जंग पर कहा था कि नाटो पीछे नहीं हटने वाला है. उन्होंने कहा था कि इस युद्ध के शांतिपूर्ण समझौते की संभावनाओं को बढ़ाने का सबसे अच्छा तरीका यही है कि हम यूक्रेन की मदद करते रहें. जेन्स स्टोलटेनबर्ग ने कहा था कि नाटो यूक्रेन की हरसंभव मदद करेगा. रूस लगातार यूक्रेन के ऊर्जा बुनियादी ढांचे (Energy Infrastructure) पर हमला कर रहा है. ऐसे समय में जैसे-जैसे सर्दी नजदीक आएगी, यूक्रेन को और अधिक संसाधनों की आवश्यकता होगी.

जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'पंद्रह साल पहले, 2010 में, हमारी साझेदारी को स्पेशल प्रिविलेज्ड स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप का दर्जा दिया गया था. पिछले ढाई दशकों में राष्ट्रपति पुतिन ने अपने नेतृत्व और विजन से इस रिश्ते को लगातार आगे बढ़ाया है. हर परिस्थिति में उनके नेतृत्व ने हमारे संबंधों को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ ग्लोबल सुपर एक्सक्लूसिव बातचीत की. आजतक से बातचीत में राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि मैं आज जो इतना बड़ा नेता बना हूं उसके पीछे मेरा परिवार है. जिस परिवार में मेरा जन्म हुआ जिनके बीच मैं पला-बढ़ा मुझे लगता है कि इन सब ने मिलाकर मुझे वो बनाया है जो आज मैं हूं.

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक के साथ खास बातचीत में बताया कि भारत-रूस के संबंध मजबूत होने में वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का महत्वपूर्ण योगदान है. पुतिन ने कहा कि वे पीएम मोदी के साथ काम कर रहे हैं और उनके दोस्ताना संबंध हैं. उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि भारत को प्रधानमंत्री मोदी के साथ काम करने पर गर्व है और वे उम्मीद करते हैं कि मोदी नाराज़ नहीं होंगे.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की एक खास बातचीत की गई है जिसमें उन्होंने रूस की इंटेलिजेंस एजेंसी की क्षमता और विश्व की सबसे अच्छी एजेंसी के बारे में अपने विचार साझा किए हैं. पुतिन ने कहा कि रूस की इंटेलिजेंस एजेंसी अच्छा काम कर रही है और उन्होंने विश्व की अन्य प्रमुख एजेंसियों की तुलना में अपनी एजेंसी की क्षमता पर गर्व जताया.

भारत आने से पहले रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक की मैनेजिंग एडिटर अंजना ओम कश्यप और इंडिया टुडे की फॉरेन अफेयर्स एडिटर गीता मोहन के साथ एक विशेष बातचीत की. इस बातचीत में पुतिन ने वैश्विक मुद्दों पर खुलकर अपनी राय दी, खासतौर पर रूस-यूक्रेन युद्ध पर. उन्होंने स्पष्ट किया कि इस युद्ध का दो ही समाधान हो सकते हैं— या तो रूस युद्ध के जरिए रिपब्लिक को आजाद कर दे या यूक्रेन अपने सैनिकों को वापस बुला ले. पुतिन के ये विचार पूरी दुनिया के लिए महत्वपूर्ण हैं क्योंकि यह युद्ध अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गहरी चिंता का विषय बना हुआ है.

कनाडा अगले साल PR के लिए कई नए रास्ते खोलने जा रहा है, जिससे भारतीय प्रोफेशनल्स खासकर टेक, हेल्थकेयर, कंस्ट्रक्शन और केयरगिविंग सेक्टर में काम करने वालों के लिए अवसर होंगे. नए नियमों का सबसे बड़ा फायदा अमेरिका में H-1B वीज़ा पर फंसे भारतीयों, कनाडा में पहले से वर्क परमिट पर मौजूद लोगों और ग्रामीण इलाकों में बसने को तैयार लोगों को मिलेगा.







