
यूक्रेन युद्ध में इस्तेमाल हो रही Javelin Missiles भारत को देगा अमेरिका, वॉर जोन में जानिए ये कितने काम का
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अमेरिका ने भारत को 100 जैवलिन एंटी-टैंक मिसाइलें और 25 लॉन्चर बेचने की मंजूरी दे दी है. कुल डील करीब 780 करोड़ रुपये की है. यूक्रेन युद्ध में ये मिसाइलें रूसी टैंकों को आसानी से तबाह कर रही हैं. फायर एंड फॉरगेट तकनीक वाली जैवलिन पहाड़ी इलाकों में चीन-पाकिस्तान के टैंकों के लिए बहुत घातक साबित होंगी.
अमेरिका ने भारत को जैवलिन एंटी-टैंक मिसाइलें बेचने की मंजूरी दे दी है. ये वही मिसाइलें हैं जो यूक्रेन युद्ध में रूस के बड़े-बड़े टैंकों को आसानी से तबाह कर रही हैं. अमेरिका की डिफेंस सिक्योरिटी कोऑपरेशन एजेंसी (DSCA) ने बुधवार को यह ऐलान किया. कुल डील की कीमत करीब 93 मिलियन डॉलर (लगभग 780 करोड़ रुपये) है.
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जैवलिन एक पोर्टेबल (कंधे पर रखकर चलाने वाली) एंटी-टैंक गाइडेड मिसाइल है. इसे अमेरिका की दो बड़ी कंपनियां – लॉकहीड मार्टिन और RTX (पहले रेथियॉन) – मिलकर बनाती हैं.
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फायर एंड फॉरगेट: सैनिक मिसाइल छोड़ता है, फिर भाग सकता है. मिसाइल खुद निशाना ढूंढकर ऊपर से टैंक पर हमला करती है (टॉप अटैक). टैंक का ऊपरी हिस्सा सबसे कमजोर होता है, इसलिए एक ही वार में टैंक खत्म.

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