
यूक्रेन के वॉर जोन में फंसी PAK स्टूडेंट को भारत ने किया रेस्क्यू, PM मोदी का जताया आभार
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Russia Ukraine की जंग में फंसी पाकिस्तान की छात्रा अस्मा शफीक ने वीडियो जारी कर कहा, मैं पाकिस्तान से हूं. मैं कीव में भारत के दूतावास का धन्यवाद करती हूं कि उन्होंने कठिन परिस्थिति में हमारी मदद की. मैं भारत के पीएम का भी धन्यवाद करती हूं. हमारी मदद करने के लिए धन्यवाद.
यूक्रेन में फंसी एक पाकिस्तानी स्टूडेंट ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद कहा है. दरअसल, छात्रा यूक्रेन और रूस के बीच चल रहे युद्ध के चलते कीव में फंस गई थी. वह भारतीय दूतावास की मदद से सुरक्षित स्थान तक पहुंच पाई. ऐसे में छात्रा ने वीडियो जारी कर भारतीय दूतावास और पीएम मोदी को धन्यवाद कहा है.
अस्मा शफीक नाम की पाकिस्तानी छात्रा ने वीडियो जारी कर कहा, मैं पाकिस्तान से हूं. मैं कीव में भारत के दूतावास का धन्यवाद करती हूं, कि उन्होंने कठिन परिस्थिति में हमारी मदद की. मैं भारत के पीएम का भी धन्यवाद करती हूं. हमारी मदद करने के लिए धन्यवाद. भारतीय दूतावास की वजह से हम अपने घर सुरक्षित पहुंच पा रहे हैं.
भारत चला रहा 'ऑपरेशन गंगा' यूक्रेन और रूस के बीच भीषण युद्ध चल रहा है. ऐसे में वहां भारतीय छात्र समेत दुनिया के तमाम देशों के नागरिक फंसे हैं. केंद्र सरकार यूक्रेन में फंसे भारतीय छात्रों को निकालने के लिए ऑपरेशन गंगा चला रही है. इसके तहत यूक्रेन के कीव, खारकीव समेत अन्य शहरों में फंसे भारतीय छात्रों को भारत लाया जा रहा है.
17100 भारतीय स्टूडेंट यूक्रेन से निकाले गए यूक्रेन में युद्ध शुरू होने से पहले करीब 20000 भारतीय फंसे थे. केंद्र सरकार के मुताबिक, अब तक 17,100 भारतीय नागरिकों को यूक्रेन से लाया जा चुका है. उधर, सुमी में फंसे 700 भारतीय भी ह्यूमैन कॉरिडोर के जरिए मंगलवार को शहर से बाहर लाए गए. विदेश मंत्रालय के मुताबिक, इन छात्रों को पोल्टावा लाया गया है. यहां से वे ट्रेन के जरिए पश्चिमी यूक्रेन लाए जाएंगे.
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची के मुताबिक छात्रों को घर पहुंचाने के लिए ऑपरेशन गंगा के तहत उड़ानें तैयार की जा रही हैं. अरिंदम बागची ने भारतीय छात्रों का एक वीडियो ट्विटर पर शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा, 'यह बताते हुए खुशी हो रही है कि हम सभी भारतीय छात्रों को सुमी से बाहर निकालने में सफल रहे हैं.'

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