
यहां 3000 मुर्दों के लिए आयोजित हुई 'मूवी नाइट', कब्रिस्तान में लगीं स्क्रीन, मगर क्यों?
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अधिकारियों ने यहां कुर्सियों की कतारें लगाईं, और उन लोगों की आत्माओं को याद करने के प्रयास में फिल्म दिखाई, जो कई साल पहले दुनिया छोड़ चुके हैं. इस ओपन-एयर फिल्म शो के दौरान, केवल चार स्टाफ सदस्य मौजूद थे और फिल्में हर दिन शाम 7 बजे से आधी रात तक दिखाई गईं.
थाईलैंड में एक बेहद अजीबो गरीब चीज देखने को मिली है. यहां कब्रिस्तान में फिल्म स्क्रीनिंग की गई. वो भी यहां दफन 3000 मुर्दों के लिए. ऐसा देश के नाखोन रत्चासिमा प्रांत में देखने को मिला है. इस कब्रिस्तान में फिल्म देखने के अनुभव को एक और लेवल ऊपर ले जाया गया है. साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक, पूर्वोत्तर थाईलैंड का ये कब्रिस्तान चीनी लोगों के करीब 3000 वंशजों का विश्राम स्थल माना जाता है.
जून में अधिकारियों ने यहां कुर्सियों की कतारें लगाईं, और उन लोगों की आत्माओं को याद करने के प्रयास में फिल्म दिखाई, जो कई साल पहले दुनिया छोड़ चुके हैं. साउथ चाइना मॉर्निंग पोस्ट ने बताया कि कब्रिस्तान में कब्रें ज्यादातर उन चीनी लोगों के वंशजों की हैं, जो थाईलैंड में रहने आए थे. वहीं फिल्म की स्क्रीनिंग 2 से 6 जून, 2024 तक हुई थी. ओपन-एयर फिल्म शो के दौरान, केवल चार स्टाफ सदस्य मौजूद थे और फिल्में हर दिन शाम 7 बजे से आधी रात तक दिखाई गईं.
कर्मचारियों ने शानदार खाने का भी आयोजन किया. यहां आत्माओं को कागज देकर सम्मानित किया गया. खाने के साथ ही घरों के मॉडल, वाहन, कपड़े और दैनिक आवश्यकताओं का सामान मौजूद था. थाई दैनिक समाचार पत्र खाओसोड के अनुसार, आत्माओं की शांति और उन्हें आधुनिक मनोरंजन प्रदान करने के लिए सवांग मेट्टा थम्मासाथन फाउंडेशन द्वारा इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया था.
फाउंडेशन ने कहा कि केवल जीवित लोग ही फिल्मों का आनंद क्यों लें? कार्यक्रम के आयोजक ने कहा कि कब्रिस्तान में फिल्में दिखाने के विचार से उन्हें शुरुआत में घबराहट हुई थी. फिर जैसे-जैसे प्रोजेक्ट पर काम आगे बढ़ा, हैरानी और डर खत्म होने लगा. उन्होंने कहा कि ये अनुभव बिल्कुल अलग और सकारात्मक है.

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