मौत का इंतजार… इजरायली हमले के बाद परिजनों के शव की पहचान के लिए गाजा में लोग बांध रहे धागे
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इजरायल और हमास युद्ध के बीच गाजा पट्टी के लोग इतने सहमे हुए हैं कि वो मौत का इंतजार कर रहे हैं. दरअसल उन्होंने ऐसा मंजर देखा है कि मिसाइल अटैक में लोगों की ऐसी हालत हो रही है कि उन्हें पहचानना मुश्किल है. इसी को देखते हुए वो एक-दूसरे को नीला धागा बांध रहे हैं ताकि ऐसी स्थिति में आसानी से पहचाना जा सके.
हमास के लड़ाकों ने 7 अक्टूबर को बर्बर हमला कर इजरायल के लोगों को कभी न भूलने वाले घाव दिए थे. अब 19 दिनों में इजरायल के सैनिक गाजा पट्टी पर हमास के ठिकानों को निशाना बनाते हुए 7 हजार से ज्यादा बम बरसा चुका है. जाहिर है इसकी जद में आम लोग भी आ रहे हैं. परिजनों को खोने के बाद वे गम में हैं, लेकिन बेबस हैं.
अब उन्हें भी मौत का इंतजार है. पता नहीं कब इजरायल का हमला हो और इसकी जद में आम लोग और उनका परिवार आ जाए. बम गिरने के बाद शरीर के परखच्चे उड़ जाते हैं और कई बार तो शवों की शिनाख्त भी नहीं हो पाती है. लिहाजा, गाजा में माता-पिता अपने बच्चों के हाथों में धागे बांध रहे हैं.
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माता पिता का कहना है कि इजरायल हमले कर रहा है. अगर हमें या हमारे बच्चों को कुछ हो जाता है, तो हम धागे से अपने परिवार से सदस्यों के शवों को पहचान सकते हैं.
न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने अपनी ग्राउंड रिपोर्ट में बताया कि रिफ्यूजी कैंप में रहने वाले लोगों ने अपने-अपने परिजनों के हाथों में नीले धागे हैं. न्यूज एजेंसी से बात करते हुए लोग भावुक भी हो गए हैं और इस दौरान उन्होंने बताया कि वो किन परिस्थितियों में कैंप में रह रहे हैं, जहां एक ही घर के 4-6 लोगों को छोटे-छोटे तंबू में रहना पड़ रहा है.
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