मोची संग मुलाकात, कुम्हारों से बात... यशोभूमि सेंटर में कलाकारों-शिल्पकारों से रूबरू हुए PM मोदी
AajTak
देश में बैठकों, सम्मेलनों और प्रदर्शनियों की मेजबानी के लिए विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचा तैयार करना पीएम मोदी का दृष्टिकोण है. इसलिए पीएम मोदी दिल्ली के द्वारका में यशोभूमि नाम से इंडिया इंटरनेशनल कन्वेंशन एंड एक्सपो सेंटर (IICC) को आज राष्ट्र को समर्पित करेंगे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राजधानी दिल्ली के द्वारका में यशोभूमि नाम से इंडिया इंटरनेशनल कन्वेंशन एंड एक्सपो सेंटर (IICC) को आज (17 सितंबर) राष्ट्र को समर्पित करेंगे. अधिकारियों के मुताबिक 8.9 लाख वर्ग मीटर से अधिक के परियोजना क्षेत्र और 1.8 लाख वर्ग मीटर से अधिक कंस्ट्रक्टेड एरिया में फैला यह सेंटर दुनिया की सबसे बड़ी MICE (बैठकें, प्रोत्साहन, सम्मेलन और प्रदर्शनियां) सुविधाओं में शुमार होगा. इसमें 15 कन्वेंशन सेंटर और 11 हजार लोगों के बैठने की क्षमता है.
दरअसल, देश में बैठकों, सम्मेलनों और प्रदर्शनियों की मेजबानी के लिए विश्व स्तरीय बुनियादी ढांचा तैयार करना पीएम मोदी का दृष्टिकोण है. द्वारका में यशोभूमि से इसे बढ़ावा मिलेगा. इसके पहले चरण के उद्घाटन के साथ ही वह द्वारका सेक्टर-21 से द्वारका सेक्टर-25 तक दिल्ली एयरपोर्ट मेट्रो एक्सप्रेस लाइन के विस्तार का भी उद्घाटन करेंगे.
नीट यूजी 2024 की परीक्षा के रिजल्ट को लेकर विवाद जारी है. इस बीच सुप्रीम कोर्ट ने मामले में दायर याचिका पर सुनवाई के दौरान परिणामों के आधार पर होने वाली काउंसलिंग पर रोक लगाने से इनकार कर दिया है. याचिकाकर्ता ने दलील दी कि पूरे मामले में पारदर्शिता नहीं बरती गई. इस पर कोर्ट ने कहा कि हम नेशनल टेस्टिंग एजेंसी से नोटिस जारी कर जवाब मांगते हैं और मामले की अगली सुनवाई जवाब आने के बाद 8 जुलाई को करेंगे.
नायडू पहली बार 1995 में मुख्यमंत्री बने और उसके बाद दो और कार्यकाल पूरे किए. मुख्यमंत्री के रूप में उनके पहले दो कार्यकाल संयुक्त आंध्र प्रदेश के नेतृत्व में थे, जो 1995 में शुरू हुए और 2004 में समाप्त हुए. तीसरा कार्यकाल राज्य के विभाजन के बाद आया. 2014 में नायडू विभाजित आंध्र प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री के रूप में उभरे और 2019 तक इस पद पर रहे. वे 2019 का चुनाव हार गए और 2024 तक विपक्ष के नेता बने रहे.
जम्मू-कश्मीर के रियासी में हुए आतंकी हमले में 10 लोगों की जान गई. इस हमले के पीछे पाकिस्तान का हाथ है. इन पाकिस्तानी आतंकवादियों की पहचान तक हो चुकी है. उनके नाम अब्बू, हमजा और फौजी. इनके चेहरे कैमरे पर कैद हुए हैं. ये वो सबूत हैं, जो चीख-चीखकर कह रहे हैं कि रियासी के हमले में पाकिस्तान का ही हाथ था.