मेरठ टेरर लिंक केस, परमजीत सिंह ने किया सुसाइड, परिवार बोला - NIA पूछताछ के बाद था तनाव
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हस्तिनापुर के दूधली खादर के निवासी परमजीत के रिश्तेदारों ने बताया कि एनआइए ने चंड़ीगढ़ (पंजाब) बुलाकर परमजीत से करीब पांच घंटे तक पूछताछ की थी. वहां से लौटने के बाद वह किसी से बात भी नहीं कर रहा था.
खालिस्तानी आतंकियों से लिंक को लेकर राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) की पूछताछ के 24 घंटे बाद मेरठ के परमजीत सिंह (paramjeet singh) ने जहर खाकर जान दे दी. मेरठ के परमजीत सिंह से दो बार NIA ने पूछताछ की थी. परिवार का कहना है कि वह इससे परेशान थे. दरअसल, केएलएफ (खालिस्तानी लिबरेशन फोर्स) के सदस्य गगनदीप के साथ परमजीत की फोटो मिली थी. इसके बाद शक के आधार पर परमजीत से पूछताछ हुई थी. परमजीत पर खालिस्तानी आतंकियों को हथियार सप्लाई करने का आरोप था.हिट एंड रन की ये घटना 19 मई की है. पुणे के कल्याणी नगर इलाके में रियल एस्टेट डेवलपर विशाल अग्रवाल के 17 साल आठ महीने के बेटे ने अपनी स्पोर्ट्स कार पोर्श से बाइक सवार दो इंजीनियरों को रौंद दिया था, जिससे दोनों की मौत हो गई थी. इस घटना के 14 घंटे बाद नाबालिग आरोपी को कोर्ट से कुछ शर्तों के साथ जमानत मिल गई थी. हालांकि बाद में आरोपी को फिर से कस्टडी में लेकर जुवेनाइल सेंटर भेज दिया गया.
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भूस्खलन के प्रभाव के कारण कई घर और श्रमिक शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 21 लोग दब गए. अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं और आठ लोग अभी भी लापता हैं.