
'मुंबई हमले में हमारी जवाबदेही तय थी, मुख्यमंत्री और गृह मंत्री ने इस्तीफा दिया', पहलगाम हमले पर प्रियंका गांधी ने सरकार को घेरा
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लोकसभा में पहलगाम हमले और ऑपरेशन सिंदूर पर बोलते हुए प्रियंका गांधी ने मोदी सरकार से कई सवाल पूछे. उन्होंने कहा, रक्षा मंत्री ने लंबा भाषण दिया, लेकिन एक बात नहीं बताई — ये हमला हुआ कैसे? बैसरन घाटी में एक भी सुरक्षाकर्मी क्यों नहीं था, और 22 अप्रैल को 26 लोगों की हत्या के लिए कौन ज़िम्मेदार है?
Priyanka Gandhi Vadra Parliament speech: लोकसभा में पहलगाम हमले और ऑपरेशन सिंदूर पर चर्चा के दौरान कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने केंद्र की मोदी सरकार पर तीखे हमले किए. प्रियंका ने कहा कि कल रक्षा मंत्री एक घंटे तक बोले. इस दौरान उन्होंने आतंकवाद, देश की रक्षा और इतिहास का पाठ भी पढ़ाया. लेकिन एक बात छूट गई - यह हमला कैसे हुआ? बैसरन घाटी, पहलगाम में एक भी सुरक्षाकर्मी क्यों मौजूद नहीं था? क्या नागरिकों की सुरक्षा प्रधानमंत्री, गृह मंत्री और रक्षा मंत्री की जिम्मेदारी नहीं है?
मुंबई हमले में जवाबदेही तय हुई थी, इस्तीफे दिए गए थे
प्रियंका गांधी ने कहा कि सरकार की तरफ से 2008 के मुंबई हमले का जिक्र किया गया, तो बता देना चाहती हूं कि जब उस समय हमला किया गया था, मुंबई हमले में शामिल सभी आतंकियों को उस समय मार डाला गया था. एक बच गया था तो उसे भी फांसी की सजा मिली. मुंबई हमले की जिम्मेदारी लेते हुए उस समय महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और गृह मंत्री ने इस्तीफा दिया था. हमारी जवाबदेही थी, देश और जनता के प्रति. आज देश पहलगाम हमले का जवाब चाहता है कि 22 अप्रैल के दिन क्या हुआ और क्यों हुआ?
सेना का योगदान ऐतिहासिक, लेकिन सवालों के जवाब भी जरूरी
प्रियंका गांधी ने लोकसभा में ऑपरेशन सिंदूर पर बोलते हुए कहा कि सबसे पहले मैं उन सैनिकों, जवानों को नमन करना चाहती हूं, जो दुर्गम क्षेत्रों में हमारी सीमाओं की रक्षा करते हैं. 1948 से लेकर अब तक हमारे देश की अखंडता की रक्षा करने में उनका सबसे बड़ा योगदान है. हमारी आजादी अहिंसा के आंदोलन से हासिल हुई, लेकिन उसे कायम रखने में हमारी सेना का बहुत बड़ा योगदान है.
सरकार हमले की जवाबदेही क्यों नहीं लेती?

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