मुंबई-सूरत फ्लाइंग रानी एक्सप्रेस का नया अवतार, 117 साल पुरानी है ये ट्रेन
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मुंबई-सूरत फ्लाइंग रानी एक्सप्रेस, 117 साल पुरानी ट्रेन जिसे 44 साल पहले 1979 में अतिरिक्त डिब्बों के साथ देश की पहली डबल डेकर में बदल दिया गया था, अब पश्चिम रेलवे द्वारा उसे एलएचबी रेक के साथ नया अवतार दिया गया है.
देश में रेलवे का इतिहास बेहद पुराना है. रेलवे और उसकी ट्रेनों ने देश को आपस में जोड़ने और देश की प्रगति में भी काफी महत्वपूर्ण किरदार निभाया है. ऐसे में कई ऐसी ट्रेनें हैं जो बहुत पुरानी हैं और रेलवे मार्ग का अभी भी अहम हिस्सा हैं. देश में मुंबई से गुजरात का रेलवे मार्ग हर लिहाज़ से महत्वपूर्ण है. इस मार्ग से प्रतिदिन लाखों लोग गुजरात से मुंबई और मुंबई से गुजरात का सफ़र करते हैं. वहीं, 1906 में ब्रिटिश काल में शुरू की गई फ्लाइंग रानी एक्सप्रेस अभी भी लोगों में बड़ी लोकप्रिय है.
फ्लाइंग रानी एक्सप्रेस का नया रूप
मुंबई सेंट्रल से सूरत जाने वाली ट्रेन फ्लाइंग रानी को अब एक नए रूप में ढाला गया है. फ्लाइंग रानी मुंबई सेंट्रल से निकलकर सुरत तक का सफ़र तय करती है, ये ट्रेन देश के सबसे पुराने डबल डेकर कोच वाली ट्रेनों में से एक थी. अब इस ट्रेन का रूप बदल दिया गया है और इस ट्रेन में एलएचबी रैक्स को लगा दिया गया है. इन रैक्स के लगने के बाद इस ट्रेन में यात्रा करने वाले लोगों को और भी अच्छी सुविधा मिलेगी साथ ही आरामदायी सफ़र भी मिलेगा. यह ट्रेन दोनों विश्व युद्ध के दौरान बंद रही थी, लेकिन उसके बाद इसका सफर निरंतर जारी है.
1906 में शुरू हुई थी ये ट्रेन
बेहद लोकप्रिय मुंबई-सूरत फ्लाइंग रानी एक्सप्रेस पहली बार 1906 में शुरू हुई थी. एक बड़ी सभा में बॉम्बे सेंट्रल में बुलसर (अब वलसाड) के तत्कालीन जिला अधीक्षक की पत्नी ने ट्रेन का नाम फ्लाइंग रानी रखा था. इसके बाद बीच-बीच में इसकी सेवाओं को रोका गया लेकिन लगभग 1950 से यह लगातार पटरी पर है.
बदला गया ट्रेन का रंग
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