
मुंबई: लाउडस्पीकर विवाद गहराया, MNS ने शिवसेना भवन पर किया हनुमाल चालीसा का पाठ
AajTak
Maharashtra Latest News: पिछले दिनों राज ठाकरे ने महाराष्ट्र की मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने की मांग की थी. उन्होंने कहा था कि लाउडस्पीकर नहीं हटाए गए तो मस्जिदों के सामने तेज आवाज में हनुमान चालीसा पाठ कराएंगे.
महाराष्ट्र में लाउडस्पीकर (Mumbai Loudspeaker controversy) को लेकर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. राज ठाकरे की महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (एमएनएस) ने रामनवमी के मौके पर शिवसेना भवन के बाहर लाउडस्पीकर लगाकर हनुमान चालीसा बजाया. हालांकि कुछ ही देर बाद पुलिस शिवसेना भवन पहुंची और इसे बंद करवा दिया.
पुलिस ने उस गाड़ी को भी जब्त कर लिया, जिस पर लाउडस्पीकर लगाकर हनुमान चालीसा का पाठ पढ़ा जा रहा था. साथ ही पुलिस ने मनसे नेता यशवंत किल्लेकार को हिरासत में लेकर शिवाजी पार्क पुलिस स्टेशन गई.
क्या है पूरा विवाद? बता दें कि पिछले दिनों मनसे कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए राज ठाकरे ने महाराष्ट्र के मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाने की मांग की थी. राज ठाकरे ने स्पष्ट शब्दों में कहा था कि अगर पुलिस और प्रशासन जल्द ही मस्जिदों से लाउडस्पीकर नहीं हटाती है तो मस्जिदों के सामने तेज आवाज में हनुमान चालीसा बजाएंगे.
राज ठाकरे ने चेतावनी देने के बाद यह भी कहा था, "मैं प्रार्थना या किसी विशेष धर्म के खिलाफ नहीं हूं. हर धर्म को प्रार्थना करने का अधिकार है, लेकिन मुझे अपने धर्म पर गर्व है. इसलिए इस बात का ख्याल जरूर रखना चाहिए कि आपकी किसी चीज से दूसरों को परेशानी न हो."
राज ठाकरे के इस बयान के बाद मनसे कार्यकर्ता जगह-जगह लाउडस्पीकर पर हनुमान चालीसा का पाठ बजा रहे हैं. इस से पहले कुर्ला और घाटकोपर में भी मनसे कार्यकर्ताओ ने लाउडस्पीकर पर हनुमान चालीसा बजाने की कोशिश की थी, जिसके बाद पुलिस ने इस पर कार्रवाई करते हुए कार्यकर्ताओं को नोटिस दिया गया था.
अजान के मुद्दे पर शिवसेना सांसद संजय राउत ने पिछले दिनों कहा था कि महाराष्ट्र के गृह मंत्री ने भी नोटिस जारी किया था. नोटिस में कहा गया था कि अजान करते समय लाउडस्पीकर डेसिबल का स्तर कितना होना चाहिए, यह तय किया जाना चाहिए.रिपोर्टः एजाज खान

आज रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ शिखर वार्ता के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत–रूस मित्रता एक ध्रुव तारे की तरह बनी रही है. यानी दोनों देशों का संबंध एक ऐसा अटल सत्य है, जिसकी स्थिति नहीं बदलती. सवाल ये है कि क्या पुतिन का ये भारत दौरा भारत-रूस संबंधों में मील का पत्थर साबित होने जा रहा है? क्या कच्चे तेल जैसे मसलों पर किसी दबाव में नहीं आने का दो टूक संकेत आज मिल गया? देखें हल्ला बोल.

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि मंदिर में जमा पैसा देवता की संपत्ति है और इसे आर्थिक संकट से जूझ रहे सहकारी बैंकों को बचाने के लिए इस्तेमाल नहीं किया जा सकता. कोर्ट ने केरल हाई कोर्ट के उस आदेश को बरकरार रखा, जिसमें थिरुनेल्ली मंदिर देवस्वोम की फिक्स्ड डिपॉजिट राशि वापस करने के निर्देश दिए गए थे. कोर्ट ने बैंकों की याचिकाएं खारिज कर दीं.

देश की किफायत विमानन कंपनी इंडिगो का ऑपरेशनल संकट जारी है. इंडिगो को पायलट्स के लिए आए नए फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) नियमों को लागू करने में भारी दिक्कत आ रही है. इस बीच आज इंडिगो की 1000 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हो गई है, जिस पर कंपनी के सीईओ का पहला बयान सामने आया है. इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्स ने इंडिगो ऑपरेशनल संकट पर पहली बार बयान देते हुए कहा कि पिछले कुछ दिनों से विमानन कंपनी के कामकाज में दिक्कतें आ रही हैं. कंपनी का कामकाज पांच दिसंबर को सबसे अधिक प्रभावित हुआ है. आज 100 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हुई हैं.

संसद के शीतकालीन सत्र में 8 और 9 दिसंबर 2025 को राष्ट्रगीत वंदे मातरम् पर दोनों सदनों में विशेष चर्चा होगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री इस चर्चा को संबोधित करेंगे. चर्चा का उद्देश्य वंदे मातरम् के स्वतंत्रता संग्राम में योगदान, ऐतिहासिक महत्व और वर्तमान प्रासंगिकता को उजागर करना है.

भारत-रूस बिजनेस फोरम में पीएम मोदी ने कहा कि भारत और रूस के बीच संबंध मजबूत हो रहे हैं और दोनों देशों ने द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण लक्ष्यों को निर्धारित किया है. राष्ट्रपति पुतिन के साथ चर्चा में यह स्पष्ट हुआ कि व्यापार लक्ष्य समय से पहले पूरा किया जाएगा. कई क्षेत्रों जैसे लॉजिस्टिक्स, कनेक्टिविटी, मरीन प्रोडक्ट्स, ऑटोमोबाइल, फार्मा, और टेक्सटाइल में सहयोग को आगे बढ़ाया जा रहा है.

जम्मू-कश्मीर के 711 अग्निवीर आज भारतीय सेना का हिस्सा बन गए हैं. श्रीनगर स्थित जम्मू कश्मीर लाइट इन्फैंट्री रेजिमेंट सेंटर में इन्हें कठोर प्रशिक्षण दिया गया, जिसके बाद ये अग्निवीर देश की सुरक्षा के लिए सीमाओं पर तैनात होंगे. इससे न केवल भारतीय सेना की क्षमता में वृद्धि हुई है, बल्कि क्षेत्रीय सुरक्षा भी मजबूत हुई है.







