
मुंबई में 'स्पेशल 26' जैसा कांड... क्राइम ब्रांच की रेड बताकर कैफे मालिक के घर में घुसे, 25 लाख लूटकर फरार
AajTak
मुंबई में फिल्म ‘Special 26’ जैसी घटना सामने आई है. यहां छह बदमाश मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच बनकर एक मशहूर कैफे मालिक के घर में घुस गए और 25 लाख रुपये कैश लूटकर फरार हो गए. पीड़ित को कुछ संदेह हुआ तो नजदीकी पुलिस स्टेशन पहुंचा और जानकारी ली तो पूरा मामला खुल गया. पुलिस ने पीड़ित की शिकायत पर केस दर्ज कर चार आरोपियों को अरेस्ट कर लिया है.
Mumbai News: मुंबई में छह लोग खुद को पुलिस अधिकारी बताकर एक मशहूर कैफे मालिक के घर में घुस गए और 25 लाख रुपये लेकर फरार हो गए. क्राइम ब्रांच से होने का दावा करने वाले छह लोग मुंबई के सायन इलाके में एक कैफे मालिक के घर में घुस गए. कथित तौर पर 25 लाख रुपये ले गए। एक अधिकारी ने गुरुवार को यह जानकारी दी। पुलिस ने इनमें से चार को गिरफ्तार कर लिया है.
एजेंसी के अनुसार, शहर के माटुंगा इलाके में एक लोकप्रिय कैफे चलाने वाले शख्स ने पुलिस को बताया कि मंगलवार को छह लोग सायन अस्पताल के पास घर पर आए और कहा कि वे मुंबई क्राइम ब्रांच से हैं. उन्होंने शिकायत का हवाला देते हुए कहा कि हम चुनाव ड्यूटी पर हैं. जानकारी मिली है कि आपके घर में लोकसभा चुनाव के सिलसिले में पैसे रखे हैं.
यह भी पढ़ें: 'स्पेशल 26' की तर्ज पर लूट, बिजनेसमैन के ठिकाने पर फर्जी ED की रेड, 1.70 करोड़ का सोना और 25 लाख कैश बटोर ले गए
मुंबई में आम चुनाव के पांचवें चरण में 20 मई को मतदान होना है. इस पर कैफे मालिक ने कहा कि हमारे पास फूड बिजनेस के केवल 25 लाख रुपये कैश रखे हैं और इन पैसों का चुनाव से कोई लेना-देना नहीं है. इसके बाद सभी छह आरोपियों ने वे 25 लाख रुपये ले लिए और कैफे मालिक को केस में फंसाने की धमकी देकर चले गए.
कैफे मालिक ने पुलिस स्टेशन में किया संपर्क, तब हुआ पूरे मामले का खुलासा
इसके बाद कैफे मालिक ने सायन पुलिस स्टेशन से संपर्क किया तो पता चला कि उनके घर पर कोई पुलिसकर्मी नहीं गया था. कैफे मालिक की शिकायत के बाद पुलिस ने केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू की. जांच पड़ताल के बाद पुलिस ने छह में से चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस का कहना है कि क्राइम में एक रिटायर्ड पुलिस कॉन्स्टेबल और परिवहन विभाग के कर्मचारियों के शामिल होने का संदेह है.

आज रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ शिखर वार्ता के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत–रूस मित्रता एक ध्रुव तारे की तरह बनी रही है. यानी दोनों देशों का संबंध एक ऐसा अटल सत्य है, जिसकी स्थिति नहीं बदलती. सवाल ये है कि क्या पुतिन का ये भारत दौरा भारत-रूस संबंधों में मील का पत्थर साबित होने जा रहा है? क्या कच्चे तेल जैसे मसलों पर किसी दबाव में नहीं आने का दो टूक संकेत आज मिल गया? देखें हल्ला बोल.

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि मंदिर में जमा पैसा देवता की संपत्ति है और इसे आर्थिक संकट से जूझ रहे सहकारी बैंकों को बचाने के लिए इस्तेमाल नहीं किया जा सकता. कोर्ट ने केरल हाई कोर्ट के उस आदेश को बरकरार रखा, जिसमें थिरुनेल्ली मंदिर देवस्वोम की फिक्स्ड डिपॉजिट राशि वापस करने के निर्देश दिए गए थे. कोर्ट ने बैंकों की याचिकाएं खारिज कर दीं.

देश की किफायत विमानन कंपनी इंडिगो का ऑपरेशनल संकट जारी है. इंडिगो को पायलट्स के लिए आए नए फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) नियमों को लागू करने में भारी दिक्कत आ रही है. इस बीच आज इंडिगो की 1000 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हो गई है, जिस पर कंपनी के सीईओ का पहला बयान सामने आया है. इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्स ने इंडिगो ऑपरेशनल संकट पर पहली बार बयान देते हुए कहा कि पिछले कुछ दिनों से विमानन कंपनी के कामकाज में दिक्कतें आ रही हैं. कंपनी का कामकाज पांच दिसंबर को सबसे अधिक प्रभावित हुआ है. आज 100 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हुई हैं.

संसद के शीतकालीन सत्र में 8 और 9 दिसंबर 2025 को राष्ट्रगीत वंदे मातरम् पर दोनों सदनों में विशेष चर्चा होगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री इस चर्चा को संबोधित करेंगे. चर्चा का उद्देश्य वंदे मातरम् के स्वतंत्रता संग्राम में योगदान, ऐतिहासिक महत्व और वर्तमान प्रासंगिकता को उजागर करना है.

भारत-रूस बिजनेस फोरम में पीएम मोदी ने कहा कि भारत और रूस के बीच संबंध मजबूत हो रहे हैं और दोनों देशों ने द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण लक्ष्यों को निर्धारित किया है. राष्ट्रपति पुतिन के साथ चर्चा में यह स्पष्ट हुआ कि व्यापार लक्ष्य समय से पहले पूरा किया जाएगा. कई क्षेत्रों जैसे लॉजिस्टिक्स, कनेक्टिविटी, मरीन प्रोडक्ट्स, ऑटोमोबाइल, फार्मा, और टेक्सटाइल में सहयोग को आगे बढ़ाया जा रहा है.

जम्मू-कश्मीर के 711 अग्निवीर आज भारतीय सेना का हिस्सा बन गए हैं. श्रीनगर स्थित जम्मू कश्मीर लाइट इन्फैंट्री रेजिमेंट सेंटर में इन्हें कठोर प्रशिक्षण दिया गया, जिसके बाद ये अग्निवीर देश की सुरक्षा के लिए सीमाओं पर तैनात होंगे. इससे न केवल भारतीय सेना की क्षमता में वृद्धि हुई है, बल्कि क्षेत्रीय सुरक्षा भी मजबूत हुई है.







