
मिस्र ने रखा गाजा में युद्धविराम का प्रस्ताव, 4 इजरायली बंधक हो सकते हैं रिहा
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7 अक्टूबर को हमास द्वारा बंधक बनाए गए 251 लोगों में से करीब 97 अभी भी गाजा में हमास की कैद में हैं, जिनमें करीब 34 बंधकों के शव शामिल हैं, जिनकी मौत की पुष्टि हो चुकी है. हमास ने 2014 और 2015 में गाजा पट्टी में प्रवेश करने वाले दो इजरायली नागरिकों को भी बंधक बना रखा है.
मिस्र (Egypt) के राष्ट्रपति अब्देल-फतह अल-सिसी (Abdel-Fattah el-Sissi) ने रविवार को ऐलान किया कि मिस्र ने गाजा में दो दिवसीय युद्ध विराम का प्रस्ताव रखा है, जिसका उद्देश्य चार इजरायली बंधकों के बदले कुछ फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा करना है. यह जानकारी Times of Israel की एक रिपोर्ट में सामने आई है. इस प्रस्ताव में बंधकों की रिहाई के बाद 10 दिनों की बातचीत शामिल है, पिछले सप्ताह इजरायली सुरक्षा एजेंसी शिन बेट के प्रमुख रोनेन बार द्वारा इजरायल के राष्ट्रीय सुरक्षा कैबिनेट को प्रस्तुत किया गया था.
इजरायल के प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने प्रारंभिक युद्ध विराम पर चिंताओं का हवाला देते हुए प्रस्ताव को मतदान के लिए नहीं रखने का विकल्प चुना और बेहतर शर्तों पर बातचीत करने के लिए प्रस्ताव को मिस्र वापस भेज दिया. Times of Israel की रिपोर्ट के मुताबिक, अब हमास ने मिस्र के प्रस्ताव को स्वीकार करने की ख्वाहिश जताई है, अगर यह बंधक सौदे के लिए 2 जुलाई से अपनी पिछली मांगों के मुताबिक है.
हमास ने यह आश्वासन भी मांगा कि इजरायल एक व्यापक सौदे के हिस्से के रूप में मिस्र के प्रस्ताव का पालन करेगा.
हमास क्या चाहता है?
Times of Israel ने सऊदी चैनल Asharq News का हवाला देते हुए बताया कि हमास वार्ताकारों के सामने एक व्यापक प्रस्ताव रखना चाहता है, जिसमें संघर्ष को तत्काल खत्म करना, गाजा से इजरायली सैनिकों की वापसी और सभी इजरायली बंधकों के बदले में कुछ निश्चित संख्या में फिलिस्तीनी बंदियों की रिहाई शामिल है. इस बीच, मोसाद प्रमुख डेविड बार्निया रविवार को दोहा गए और CIA निदेशक बिल बर्न्स और कतर के प्रधानमंत्री मोहम्मद बिन अब्दुलरहमान अल थानी के साथ बंधकों की रिहाई के लिए संभावित कदमों पर चर्चा की.
Times of Israel ने The Wall Street Journal का हवाला देते हुए बताया कि मिस्र में हाल ही में हुई एक मीटिंग में, बार्निया ने हमास नेताओं को 101 बंधकों को रिहा करने और निरस्त्र करने के बदले में गाजा से सुरक्षित बाहर निकलने की पेशकश की थी. रिपोर्ट के मुताबिक, हमास ने इस विचार को "तुरंत" खारिज कर दिया. गाजा के लिए हमास के उप प्रमुख खलील अल-हय्या ने दावा किया कि यह प्रस्ताव हमास के बारे में इजरायल की गलतफहमी को दर्शाता है और इससे संघर्ष के महीनों या वर्षों तक लंबा खिंचने का खतरा है.

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