'मिड डे मील' में थी मरी हुई छिपकली, खाना खाकर बीमार 35 बच्चे अस्पताल में भर्ती
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बांकुरा में आंगनबाड़ी केंद्र में मिड डे मील खाने के बाद करीब 35 छात्र बीमार हो गए. सभी बच्चों को उल्टी और सिरदर्द होने लगा. इसके बाद आनन-फानन सभी बच्चों को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया. साथ ही प्रशासन को इसकी जानकारी दी गई. जांच के लिए आए कर्मचारी ने बताया कि मिड डे मिल खाने में छिपकली थी.
पश्चिम बंगाल के बांकुरा में ICDS यानी आंगनबाड़ी केंद्र में मिड डे मील खाने के बाद करीब 35 छात्र बीमार हो गए. सभी बच्चों को उल्टी और सिरदर्द होने लगा. इसके बाद आनन-फानन सभी बच्चों को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया. साथ ही प्रशासन को इसकी जानकारी दी गई.
जांच के लिए आए कर्मचारी ने बताया कि मिड डे मिल खाने में छिपकली थी. दरअसल, खाने के दौरान एक बच्चे की मां ने अचानक दाल के बर्तन में छिपकली देखी. वह बच्चे को रोक पाती, तब तक सभी बच्चे खाना खा चुके थे.
इसके बाद हालत बिगड़ती देख सभी बच्चों को स्थानीय अस्पताल में भर्ती कराया गया. बताया जा रहा है है कि सभी बच्चे खतरे से बाहर हैं. सभी को जल्द इलाज के बाद घर भेज दिया जाएगा.
बिहार में भी बीमार हो गए थे 36 बच्चे
बता दें कि इससे पहले भी बिहार के सारण में बच्चों को दिए जाने वाले मिड-डे मील में छिपकली मिली थी. इस खाने को खाने से करीब 36 बच्चों की तबीयत बिगड़ी गई थी. आनन-फानन में स्कूल में मौजूद टीचर ने सभी बच्चों को सदर अस्पताल में भर्ती कराने के साथ ही जिला प्रशासन को इसकी सूचना दी थी.
मामला डुमरी पंचायत के उत्क्रमित कन्या मध्य विद्यालय का था. टीचर्स का कहना था कि NGO द्वारा बनाया जाने वाला खाना खाने के लायक नहीं है. उधर, 16 जुलाई 2013 को सारण के मशरक के एक स्कूल में जहरीला मिड-डे मील खाने से 23 बच्चों की मौत हो गई थी.
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