
महाराष्ट्र: हिंदी थोपने के खिलाफ एकजुट हुए ठाकरे बंधु, 5 जुलाई को करेंगे बड़ा आंदोलन, BJP ने बताया ड्रामा
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महाराष्ट्र में हिंदी भाषा विवाद को लेकर शिवसेना उद्धव गुट और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना एक साथ आ गए हैं, जिसके तहत उद्धव ठाकरे और राज ठाकरे 5 जुलाई को एक मंच पर आकर सरकार के खिलाफ आवाज उठाएंगे. बीतेजी ने इस आंदोलन को 'नौटंकी' बताया है और सवाल उठाया है कि फरवरी 2022 में जब उद्धव ठाकरे खुद मुख्यमंत्री थे, तब उन्होंने हिंदी भाषा को क्यों स्वीकार किया था?
महाराष्ट्र में हिंदी भाषा विवाद में एक नया राजनैतिक अध्याय शुरू होने वाला है. पहली कक्षा से हिंदी पढ़ाने के विरोध में अब शिवसेना उद्धव गुट और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना यानी कि राज़ ठाकरे एक साथ आ गए हैं. मतलब ये हुआ कि मराठी अस्मिता के नाम पर दोनों भाई ठाकरे बंधु राज़ और उद्धव अबे के मंच से सरकार के विरुद्ध आवाज बुलंद करेंगे, लेकिन बीजेपी इसे नाटक बता रही है.
बाला साहेब का उत्तराधिकारी बनने की लड़ाई में एक समय दो अलग रास्तों को चुनने वाले ठाकरे बंधु अब एक साथ मंच पर आने को तैयार है और इसकी वजह है मराठी भाषा की अस्मिता को बचाने की दलील. निकाय चुनाव से पहले महाराष्ट्र की राजनीति में एक नया अध्याय शुरू हो गया है.
पहले भाषा विवाद पर शिवसेना उद्धव गुट और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना यानी एमएनएस 6 और 7 जुलाई को अलग अलग रैली निकालने वाले थे, लेकिन इस विरोध को और भी ज्यादा धारदार बनाने के लिए. उद्धव और राज़ ठाकरे दोनों 5 जुलाई को एक साथ मंच पर दिखेंगे.
शिवसेना यूबीटी के नेता संजय राउत ने कहा, 'ये भाषा का विषय भी है और भी कुछ है तो इस बारे में राज़ ठाकरे ने 6 जुलाई को एक आंदोलन की घोषणा की थी और उद्धव ठाकरे ने घोषणा 7 जुलाई को आंदोलन की घोषणा की थी. दो अलग-अलग मोर्चे निकल रहे थे. एक ही विषय पर तो एमएनएस चीफ राज़ ठाकरे ने कल मुझे फ़ोन पर बताया भैया ये ठीक नहीं लगता है. विषय एक है हमारा और मराठी मनुष्य के दो दो बड़े मोर्चे निकलेंगे तो उससे मैसेज ठीक नहीं जाएगा. हमको एक साथ मोर्चा निकालना है. और सबको इसमें शामिल करना है तो मैंने इस बारे में मान लेने उद्धव से बात की. उद्धव ने भी हां कहा कि ये बात सही है. अलग-अलग मोर्चे निकालना सही नहीं होगा. अभी हम दोनों पांच तारीख़ को मोर्चा निकालेंगे'.
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एमएनएस का कहना है कि ये रैली सिर्फ एक विरोध प्रदर्शन मात्र नहीं बल्कि मराठी अस्मिता की एक नई चिंगारी है.

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