महाराष्ट्र: बारामती लोकसभा के पूर्व सांसद संभाजीराव काकड़े का निधन
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संभाजीराव काकड़े 1971 में विधान परिषद के माध्यम से पहली बार विधायक बने थे. इसके बाद उन्होंने 1978 और 1982 के लोकसभा चुनाव में बारामती लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया.
एनसीपी प्रमुख शरद पवार के कट्टर विरोधी और बारामती लोकसभा के पूर्व सांसद संभाजीराव काकड़े का 90 वर्ष की आयु में निधन हो गया. वो पिछले कुछ दिनों से वह बीमार चल रहे थे. संभाजीराव के निधन पर NCP प्रमुख शरद पवार ने शोक जताया. उन्होंने ट्वीट करते हुए कहा कि वह अनुभवी नेता थे और उन्होंने राज्य की राजनीति में बहुत प्रभाव डाला. उन्होंने नए नेतृत्व के मार्गदर्शन का काम किया. संभाजीराव काकड़े 1971 में विधान परिषद के माध्यम से पहली बार विधायक बने थे. इसके बाद उन्होंने 1978 और 1982 के लोकसभा चुनाव में बारामती लोकसभा क्षेत्र का प्रतिनिधित्व किया. शरद पवार के राजनीति में आने से पहले काकड़े परिवार का पुणे जिले में राजनीतिक महत्व था. शरद पवार के कट्टर विरोधी के रूप में संभाजीराव काकड़े की पहचान थी.नवाज शरीफ ने 25 साल बाद एक गलती स्वीकार की है. ये गलती पाकिस्तान की दगाबाजी की है. 20 फरवरी 1999 को दिल्ली से जब सुनहरी रंग की 'सदा-ए-सरहद' (सरहद की पुकार) लग्जरी बस अटारी बॉर्डर की ओर चली तो लगा कि 1947 में अलग हुए दो मुल्क अपना अतीत भूलाकर आगे चलने को तैयार हैं. लेकिन ये भावना एकतरफा थी. पाकिस्तान आर्मी के मन में तो कुछ और चल रहा था.
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