
'मराठा आरक्षण की मांग को लेकर युवक ने लगा ली फांसी', महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण का दावा
AajTak
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री ने दावा किया है कि मराठा आरक्षण की मांग को लेकर बांद्रा इलाके में एक शख्स ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. उन्हों सरकार से मांग की है कि जल्द से जल्द मराठा आरक्षण को लेकर सरकार उठाए गए कदमों की लिस्ट जारी करे.
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण ने राज्य सरकार से मराठा आरक्षण की मांग के संबंध में पिछले महीने उठाए गए कदमों की सूची मांगी है. वरिष्ठ कांग्रेस नेता ने दावा किया है कि दिन में नांदेड़ जिले में एक व्यक्ति ने आत्महत्या कर ली. रविवार सुबह नांदेड़ जिले में शुभम पवार नाम के व्यक्ति ने आत्महत्या कर ली. उनके परिवार के सदस्य इस घटना के बाद काफी उत्तेजित हो गए और उन्होंने मदद मांगी.
चव्हाण ने कहा कि वह राज्य सरकार से अपनी निर्णय लेने की प्रक्रिया में तेजी लाने और मराठा समुदाय के लिए समाधान विकसित करने का अनुरोध करते हैं. उन्होंने कहा कि मराठा आरक्षण कार्यकर्ता मनोज जारांगे की रैलियों में शामिल होने वाले लोगों की संख्या दस लाख से अधिक है. उन्होंने कहा कि राज्य ने मराठा समुदाय को आरक्षण जारी करने के संबंध में पिछले कुछ हफ्तों में उठाए गए कदमों का खुलासा नहीं किया है. जारांगे ने मराठों को आरक्षण देने के लिए राज्य सरकार को 40 दिन का अल्टीमेटम दिया था, जो कल यानी 24 अक्टूबर को खत्म हो रहा है.
उन्होंने आंदोलन का दायरा बढ़ाने और ओबीसी श्रेणी के तहत सरकारी नौकरियों और शिक्षा में मराठों के लिए आरक्षण की मांग को लेकर 25 अक्टूबर से अनिश्चितकालीन अनशन शुरू करने की धमकी दी है. बता दें कि राज्य सरकार ने मराठा समुदाय के लिए कार्यान्वित की जा रही विभिन्न योजनाओं को सूचीबद्ध करते हुए प्रमुख समाचार पत्रों में एक विज्ञापन जारी किया है. इसमें ईडब्ल्यूएस (आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग) कोटा के तहत नौकरियों और छात्र प्रवेश में मराठा समुदाय को दिए जाने वाले लाभों का भी उल्लेख किया गया है.
बता दें कि 19 अक्टूबर को मराठा आरक्षण कार्यकर्ता सुनील कावले का शव मुंबई के बांद्रा इलाके में एक फ्लाईओवर के किनारे लैंप पोस्ट से लटका हुआ पाया गया था. उन्होंने समुदाय के लिए आरक्षण की मांग करते हुए एक सुसाइड नोट छोड़ा था. महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा है कि उनकी सरकार मराठा समुदाय को नौकरियों और शिक्षा में आरक्षण देने के लिए प्रतिबद्ध है. उन्होंने युवाओं से आग्रह किया कि वे आत्महत्या जैसा कदम न उठाएं.

आज रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ शिखर वार्ता के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत–रूस मित्रता एक ध्रुव तारे की तरह बनी रही है. यानी दोनों देशों का संबंध एक ऐसा अटल सत्य है, जिसकी स्थिति नहीं बदलती. सवाल ये है कि क्या पुतिन का ये भारत दौरा भारत-रूस संबंधों में मील का पत्थर साबित होने जा रहा है? क्या कच्चे तेल जैसे मसलों पर किसी दबाव में नहीं आने का दो टूक संकेत आज मिल गया? देखें हल्ला बोल.

सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि मंदिर में जमा पैसा देवता की संपत्ति है और इसे आर्थिक संकट से जूझ रहे सहकारी बैंकों को बचाने के लिए इस्तेमाल नहीं किया जा सकता. कोर्ट ने केरल हाई कोर्ट के उस आदेश को बरकरार रखा, जिसमें थिरुनेल्ली मंदिर देवस्वोम की फिक्स्ड डिपॉजिट राशि वापस करने के निर्देश दिए गए थे. कोर्ट ने बैंकों की याचिकाएं खारिज कर दीं.

देश की किफायत विमानन कंपनी इंडिगो का ऑपरेशनल संकट जारी है. इंडिगो को पायलट्स के लिए आए नए फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) नियमों को लागू करने में भारी दिक्कत आ रही है. इस बीच आज इंडिगो की 1000 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हो गई है, जिस पर कंपनी के सीईओ का पहला बयान सामने आया है. इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्स ने इंडिगो ऑपरेशनल संकट पर पहली बार बयान देते हुए कहा कि पिछले कुछ दिनों से विमानन कंपनी के कामकाज में दिक्कतें आ रही हैं. कंपनी का कामकाज पांच दिसंबर को सबसे अधिक प्रभावित हुआ है. आज 100 से ज्यादा फ्लाइट्स कैंसिल हुई हैं.

संसद के शीतकालीन सत्र में 8 और 9 दिसंबर 2025 को राष्ट्रगीत वंदे मातरम् पर दोनों सदनों में विशेष चर्चा होगी. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय मंत्री इस चर्चा को संबोधित करेंगे. चर्चा का उद्देश्य वंदे मातरम् के स्वतंत्रता संग्राम में योगदान, ऐतिहासिक महत्व और वर्तमान प्रासंगिकता को उजागर करना है.

भारत-रूस बिजनेस फोरम में पीएम मोदी ने कहा कि भारत और रूस के बीच संबंध मजबूत हो रहे हैं और दोनों देशों ने द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण लक्ष्यों को निर्धारित किया है. राष्ट्रपति पुतिन के साथ चर्चा में यह स्पष्ट हुआ कि व्यापार लक्ष्य समय से पहले पूरा किया जाएगा. कई क्षेत्रों जैसे लॉजिस्टिक्स, कनेक्टिविटी, मरीन प्रोडक्ट्स, ऑटोमोबाइल, फार्मा, और टेक्सटाइल में सहयोग को आगे बढ़ाया जा रहा है.

जम्मू-कश्मीर के 711 अग्निवीर आज भारतीय सेना का हिस्सा बन गए हैं. श्रीनगर स्थित जम्मू कश्मीर लाइट इन्फैंट्री रेजिमेंट सेंटर में इन्हें कठोर प्रशिक्षण दिया गया, जिसके बाद ये अग्निवीर देश की सुरक्षा के लिए सीमाओं पर तैनात होंगे. इससे न केवल भारतीय सेना की क्षमता में वृद्धि हुई है, बल्कि क्षेत्रीय सुरक्षा भी मजबूत हुई है.







