
मंगलसूत्र एड पर विवाद, 24 घंटे का अल्टीमेटम, डिजाइनर Sabyasachi ने वापस लिया विज्ञापन
AajTak
मशहूर फैशन और ज्वेलरी डिजाइनर सब्यसाची मुखर्जी ने कुछ दिनों पहले ही ‘इंटीमेट फाइन ज्वैलरी’ के नाम से अपना न्यू ज्वैलरी कलेक्शन लॉन्च किया था. इसमें मंगलसूत्र पहने मॉडल्स नजर आई थीं. सब्यसाची के विज्ञापन के विरोध में मध्यप्रदेश के गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा ने इसे हटाने के लिए 24 घंटे का अल्टीमेटम दिया था.
नए जमाने में किसी के लिए भी क्रिएटिव होना जितना मुश्किल है, उससे ज्यादा मुश्किल है अपनी क्रिएशन को दुनिया के सामने रखना. क्योंकि आज के इंडिया को किस बात का बुरा लग जाए, कोई नहीं कह सकता. अगर कहा जाए कि अलग-अलग ब्रांड्स के दिन ये दिन मुश्किल भरे चल रहे हैं तो गलत नहीं होगा. फैब इंडिया से लेकर डाबर तक सोशल मीडिया पर ट्रोल्स का सामना करने के बाद अपने विज्ञापनों को वापस ले चुका है. अब इस लिस्ट में फेमस डिजाइनर सब्यासाची का नाम भी जुड़ गया है.

रूसी बैले डांसर क्सेनिया रयाबिनकिना कैसे राज कपूर की क्लासिक फिल्म मेरा नाम जोकर में मरीना बनकर भारत पहुंचीं, इसकी कहानी बेहद दिलचस्प है. मॉस्को से लेकर बॉलीवुड तक का उनका सफर किसी फिल्मी किस्से से कम नहीं. जानिए कैसे उनकी एक लाइव परफॉर्मेंस ने राज कपूर को प्रभावित किया, कैसे उन्हें भारत आने की इजाजत मिली और आज वो कहां हैं और क्या कर रही हैं.

शहनाज गिल ने बताया कि उन्हें बॉलीवुड में अच्छे रोल नहीं मिल रहे थे और उन्हें फिल्मों में सिर्फ प्रॉप की तरह इस्तेमाल किया जा रहा था. इसी वजह से उन्होंने अपनी पहली फिल्म इक कुड़ी खुद प्रोड्यूस की. शहनाज ने कहा कि वो कुछ नया और दमदार काम करना चाहती थीं और पंजाबी इंडस्ट्री में अपनी अलग पहचान बनाना चाहती थीं.

ओटीटी के सुनहरे पोस्टर भले ही ‘नई कहानियों’ का वादा करते हों, पर पर्दे के पीछे तस्वीर अब भी बहुत हद तक पुरानी ही है. प्लेटफ़ॉर्म बदल गए हैं, स्क्रीन मोबाइल हो गई है, लेकिन कहानी की कमान अब भी ज़्यादातर हीरो के हाथ में ही दिखती है. हीरोइन आज भी ज़्यादातर सपोर्टिंग रोल में नज़र आती है, चाहे उसका चेहरा थंबनेल पर हो या नहीं. डेटा भी कुछ ऐसी ही कहानी कहता है.










