
भूख-प्यास से तबाह हुआ गाजा... आटा-रसद लेने के लिए UN के गोदाम पर टूट पड़े लोग
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इजरायल और हमास की लड़ाई के बाद गाजा पट्टी में बुरे हालात हैं. फिलिस्तीनी शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी ने कहा है कि हजारों लोग भोजन और जरूरत का अन्य सामान लेने के लिए गाजा सहायता गोदामों पर टूट पड़े. UN की एजेंसी ने रविवार को कहा कि, लोग हताश हो चुके हैं. यह दृश्य तीन हफ्ते से जारी युद्ध के कारण सार्वजनिक व्यवस्था के टूटने का एक प्रमाण है
इजरायल और हमास में चल रही जंग ने गाजा में बहुत बुरे हालात पैदा कर दिए हैं. स्थिति यह है कि लोगों का धैर्य अब चुक चुका है. वे लूट आदि पर भी उतर आए हैं. संयुक्त राष्ट्र की एक एजेंसी ने इस बाबत कहा कि हजारों लोग राशन और जरूरत का सामान लेने के लिए गाजा स्थित गोदामों में घुस गए. एजेंसी ने रविवार को कहा कि, लोग हताश हो चुके हैं. यह दृश्य तीन हफ्ते से जारी युद्ध के कारण सार्वजनिक व्यवस्था के टूटने का एक प्रमाण है.
बता दें कि, इजरायल और हमास की लड़ाई के बाद गाजा पट्टी में बुरे हालात हैं. फिलिस्तीनी शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी ने कहा है कि हजारों लोग भोजन और जरूरत का अन्य सामान लेने के लिए गाजा सहायता गोदामों पर टूट पड़े. गाजा में फिलिस्तीनी शरणार्थियों के लिए संयुक्त राष्ट्र (UN) की एजेंसी के निदेशक थॉमस व्हाइट ने रविवार को इस बारे में कहा कि जिस तरह से लोगों ने गोदाम पर धावा बोला, यह चिंताजनक है.
पानी भी मयस्सर नहीं बीते 7 अक्टूबर को हमास की ओर से इजरायल पर ताबड़तोड़ 5,000 रॉकेट दागे गए थे. इसके जवाब में इजरायल ने जो ऑपरेशन शुरू किया वो अभी भी जारी है. इजरायली बमबारी में हमास का ठिकाना गाजा पट्टी खंडहर में तब्दील हो गया है और वहां के लोग खाने-पीने से लेकर बिजली-दवाइयों तक के लिए मोहताज हो गए हैं. इजरायली बमबारी से बचने के लिए बड़ी संख्या में लोग दूसरे स्थानों के लिए पलायन कर गए हैं, लेकिन जो बचे हैं वे इजरायल की ओर से बिजली सप्लाई ठप होने से अंधेरे में जीने को मजबूर हैं.
भोजन की कमी ने किया बेहाल बिजली पानी के अलावा ट्रांसपोर्टेशन ठप होने से लोग भोजन की कमी से बेहाल हैं. इंटरनेट सेवाएं ठप हो चुकी हैं. तो दूसरी ओर गाजा के लोगों के लिए दवाओं के ट्रांसपोर्टेशन को भी इजरायली फोर्स की मूवमेंट ने बुरी तरह से प्रभावित किया है. खाना-पानी की किल्लत से बदहाल लोगों पर दवाइयों की कमी किसी त्रासदी की तरह प्रभाव डाल रही है.
इजरायल ने गाजावासियों से किया था जगह खाली करने का आह्वान विस्थापित फिलिस्तीनियों ने रविवार (29 अक्टूबर) को दक्षिणी गाजा पट्टी में खान यूनिस में अस्थायी तंबू के नीचे आश्रय लिया. इजराइल की सेना ने शनिवार (28 अक्टूबर) को फिलिस्तीनियों से इजरायली ऑपरेशन से पहले उत्तरी गाजा पट्टी को खाली करने का आह्वान फिर से जारी किया था.
अब तक 9500 से अधिक मौतें दोनों पक्षों के स्वास्थ्य अधिकारियों द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, चल रहे फिलिस्तीन-इजरायल संघर्ष में 9,500 से अधिक मौतें हुई हैं. गाजा स्थित स्वास्थ्य विभाग ने रविवार सुबह कहा कि 7 अक्टूबर को संघर्ष शुरू होने के बाद से गाजा पट्टी में 8,000 से अधिक लोग मारे गए हैं. स्वास्थ्य विभाग ने कहा कि इसके अलावा, वेस्ट बैंक में 110 लोग मारे गए हैं. इजराइल के स्वास्थ्य मंत्रालय की जानकारी के अनुसार, इजराइल की ओर से 1,400 से अधिक लोग मारे गए थे.

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