
भूकंप के केंद्र बाजुरा में भीषण तबाही, 3 दर्जन मकानों को नुकसान, मंदिर में दरार, पहाड़ से टूटकर आए पत्थर से महिला की मौत
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जिल भूकंप को भारत के दिल्ली से लेकर उत्तराखंड तक मंगलवार को महसूस किया गया, उसका केंद्र नेपाल के बाजुरा जिले में था. भूकंप के इन झटकों ने बाजुरा में भयंकर तबाही मचाई है. 3 दर्जन मकानों को नुकसान पहुंचा है. मंदिर में दरार पड़ गई है. पहाड़ से टूटकर आए पत्थर से महिला की मौत भी हुई है.
दिल्ली-NCR, उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड के कई हिस्सों में कल (24 जनवरी) को भूकंप के झटके महसूस किए गए. इस भूकंप का केंद्र नेपाल की राजधानी काठमांडू से 450 किलोमीटर पश्चिम में स्थित बाजुरा जिला था. यहां भूकंप ने सबसे ज्यादा तबाही मचाई. करीब 3 दर्जन मकानों को नुकसान पहुंचा. मंदिर में दरार पड़ गई. यहां एक दर्दनाक घटना और हुई जिसमें पहाड़ा से टूटकर आए पत्थर के कारण एक महिला की मौत हो गई.
नेपाल के अधिकारियों के मुताबिक भूकंप की तीव्रता 5.9 मैग्नीट्यूड थी. नेपाल की पुलिस के मुताबिक काठमांडू से 450 किलोमीटर पश्चिम में स्थित बजुरा जिले में पास जंगल में चट्टान गिर गई. जंगल में घास काट रही एक 35 साल की महिला चट्टान के इस हिस्से में दब गई, जिसके चलते उसकी मौत हो गई.
पुलिस के मुताबिक बड़ीमालिका नगर पालिका के मंदिर में भी दरारें आ गईं. भूकंप के कारण हुए भूस्खलन में 40 से ज्यादा भेड़ों की मौत हो गई, इस घटना में एक व्यक्ति घायल हो गया. राष्ट्रीय भूकंप निगरानी और अनुसंधान केंद्र की प्रमुख मोनिका दहल ने कहा कि पश्चिमी नेपाल के व्यापक क्षेत्रों में 5.9 तीव्रता का भूकंप महसूस किया गया.
भूकंप के तुरंत बाद नेपाल सेना और नेपाल पुलिस के जवान बचाव अभियान में जुट गए. बता दें कि पश्चिमी नेपाल में अक्सर हल्के से मध्यम तीव्रता के भूकंप आते रहते हैं. दिसंबर 2022 की बात करें तो तब पश्चिमी नेपाल में एक के बाद एक भूकंप के 3 झटके महसूस किए गए थे.
अप्रैल 2015 में नेपाल में 7.8 तीव्रता का विनाशकारी भूकंप आया था, जिसमें लगभग 9 हजार लोग मारे गए थे और लगभग 22 हजार लोग घायल हो गए थे. भूकंप की इस घटना में 8 लाख से ज्यादा घरों और स्कूल भवनों को भी नुकसान पहुंचा था.
नेपाल के भूकंपों से हिल जाती है भारत की धरती

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