
'भारत में पशुपतिनाथ मंदिर की प्रतिकृति बनाने की अनुमति किसी को नहीं दी गई'
AajTak
पीएडीटी का एक बयान मीडिया में आई इन खबरों के बाद आया है जिनमें कहा गया है कि काठमांडू स्थित पशुपतिनाथ मंदिर की प्रतिकृति का निर्माण उत्तराखंड के एक गांव में किया जा रहा है. सदियों पुराना यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है.
नेपाल के ‘पशुपति एरिया डेवलपमेंट ट्रस्ट’(पीएडीटी) के अधिकारियों ने शनिवार को कहा कि यहां स्थित विश्व प्रसिद्ध पशुपतिनाथ मंदिर की प्रतिकृति भारत में बनाने की अनुमति किसी को नहीं दी गई है.
पीएडीटी का एक बयान मीडिया में आई इन खबरों के बाद आया है जिनमें कहा गया है कि काठमांडू स्थित पशुपतिनाथ मंदिर की प्रतिकृति का निर्माण उत्तराखंड के एक गांव में किया जा रहा है. सदियों पुराना यह मंदिर भगवान शिव को समर्पित है.
पीएडीटी के कार्यकारी निदेशक डॉ. घनश्याम खातीवाड़ा ने एक बयान में कहा, 'इस खबर में कोई सच्चाई नहीं है कि पशुपतिनाथ मंदिर भारत के उत्तराखंड में बनाया जा रहा है और ट्रस्ट का ध्यान इस झूठी खबर की ओर आकर्षित किया गया है.'
खातीवाड़ा ने कहा, 'हम मीडिया के एक धड़े में प्रसारित ऐसी झूठी खबर पर आपत्ति जताते हैं.'
काठमांडू के बाहर पूर्वी इलाके में पवित्र बागमती नदी के तट पर स्थित पशुपतिनाथ मंदिर नेपाल में सबसे प्रतिष्ठित हिंदू मंदिर है.

इंडिगो की फ्लाइट्स लगातार कैंसिल हो रही हैं और सरकार इसकी सख्ती से जांच कर रही है. यात्रियों की समस्या बढ़ने पर सरकार ने इंडिगो के अधिकारियों को तलब किया है और एयरफेयर पर प्राइस कैपिंग लगाई गई है. 500 किलोमीटर तक किराया साढ़े 7 हजार रुपए जबकि लंबी दूरी के लिए अधिकतम अठारह हजार रुपए निर्धारित किए गए हैं. यात्रियों को रिफंड न मिल पाने की शिकायतें भी बढ़ रही हैं. देखें विशेष.

देश की सबसे बड़ी एयरलाइन इंडिगो के बड़े ऑपरेशनल संकट के बीच सरकार ने सख्त रुख अपनाते हुए कहा है कि इस मामले में ऐसी कड़ी कार्रवाई होगी जो पूरे एविएशन सेक्टर के लिए मिसाल बनेगी. नागर विमानन मंत्री राम मोहन नायडू ने इंडिगो पर जवाबदेही तय करने की बात कही और पूछा कि 3 दिसंबर से ही इतनी भारी अव्यवस्था क्यों शुरू हुई.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कार्यक्रम में कहा कि भारत आज वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच स्थिरता और भरोसे का स्तंभ बनकर उभरा है. उन्होंने बताया कि देश की GDP वृद्धि 8 प्रतिशत से अधिक रही है, जबकि सुधार अब दीर्घकालिक लक्ष्यों के अनुरूप किए जा रहे हैं. PM मोदी ने गुलामी की मानसिकता से बाहर निकलने, पूर्वी भारत और छोटे शहरों में क्षमता बढ़ाने, ऊर्जा और मोबाइल निर्माण जैसे क्षेत्रों में तेजी से हुई प्रगति पर भी जोर दिया.

नवंबर में गाजियाबाद देश का सबसे प्रदूषित शहर रहा, जबकि दिल्ली चौथे स्थान पर रही. उत्तर प्रदेश और हरियाणा के कई शहरों ने भी उच्च PM2.5 स्तर दर्ज किए. पराली जलाने का प्रभाव कम होने के बावजूद प्रदूषण अधिक रहा. शिलांग सबसे स्वच्छ शहर रहा. रिपोर्ट ने वर्षभर के प्रदूषण के मुख्य स्रोत परिवहन, उद्योग और ऊर्जा संयंत्र बताए हैं.









