
भारत ने इस्लामिक देशों के संगठन OIC को दी चेतावनी तो भड़क उठे पाकिस्तान के पूर्व राजनयिक
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इस्लामिक देशों के संगठन ओआईसी (Organisation of Islamic Cooperation) के महासचिव की ओर से कश्मीर पर दिए गए विवादित बयान पर भारत ने ओआईसी को चेतावनी दी थी. विदेश मंत्रालय ने साफ शब्दों में कहा था कि भारत के आंतरिक मामलों में किसी भी अन्य देश के हस्तक्षेप को हम बर्दाश्त नहीं करेंगे. वहीं, अब भारत में पाकिस्तान के राजदूत रह चुके अब्दुल बासित ने भारत से सवाल पूछा है.
भारत ने मंगलवार को इस्लामिक देशों के संगठन ओआईसी को चेतावनी देते हुए कहा था कि कश्मीर भारत का अभिन्न और अविभाज्य हिस्सा है और भारत के आंतरिक मामलों में हम किसी भी प्रकार का कोई हस्तक्षेप बर्दाश्त नहीं करेंगे.
भारत ने यह चेतावनी ओआईसी के महासचिव हिसेन ब्राहिम ताहा की ओर से कश्मीर को लेकर दिए गए विवादित बयान पर दिया था. पीओके और पाकिस्तान के तीन दिवसीय दौरे पर गए हिसेन ब्राहिम ताहा ने कहा था कि कश्मीर विवाद को सुलझाने के लिए आईओसी बातचीत का एक खाका तैयार कर रहा है.
भारत से पूछा सवाल
वहीं, अब भारत में पाकिस्तान के राजदूत रहे अब्दुल बासित ने भारत के खिलाफ जहर उगला है. बासित ने भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची की ओर से ओआईसी पर किए गए ट्वीट का जवाब देते हुए कहा कि अगर कश्मीर भारत का आंतरिक मुद्दा है तो फिर भारत और पाकिस्तान के बीच इस पर क्यों चर्चा होती रही है.
अब्दुल बासित ने सवाल उठाते हुए आगे लिखा है कि अगर कश्मीर भारत का आंतरिक मामला है तो यूएनएससी का प्रस्ताव और शिमला समझौता क्या है? पाकिस्तान के पूर्व राजदूत ने कहा है कि भारत की रुख अतार्किक और भ्रामक है.
भारत ने दिया था करारा जवाब भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा था कि ये दुर्भाग्य की बात है कि आईओसी का महासचिव पाकिस्तान का मोहरा बन चुका है. पाकिस्तान को नसीहत देते हुए विदेश मंत्रालय ने कहा था कि जम्मू कश्मीर भारत का अभिन्न हिस्सा है और हम किसी भी अन्य देश के हस्तक्षेप को स्वीकार नहीं करेंगे.

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