
भारत को रूस दे रहा सस्ता तेल, पाकिस्तान ने मांगी मदद तो कर दिया अनसुना
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पाकिस्तान में गेहूं की किल्लत है लेकिन बड़े निर्यातक रूस और यूक्रेन युद्ध के कारण गेहूं नहीं बेच रहे जिससे स्थिति गंभीर बनी हुई है. पाकिस्तान की इमरान खान सरकार ने युद्ध से पहले ही रूस से तेल खरीद को लेकर अनुरोध किया था लेकिन अभी तक रूस ने पाकिस्तान के पत्र का जवाब नहीं दिया है.
पाकिस्तान गंभीर आर्थिक संकट से जूझ रहा है. इस बीच रूस-यूक्रेन युद्ध ने उसके लिए और मुश्किलें पैदा कर दी हैं. पाकिस्तान में गेहूं की किल्लत हो गई है. रूस पर लगे पश्चिमी प्रतिबंधों के कारण वो चाहकर भी उससे तेल और गेहूं का आयात नहीं कर पा रहा है. पाकिस्तान के वित्त मंत्री मिफ्ताह इस्माइल ने मंगलवार को कहा कि पश्चिमी प्रतिबंधों ने रूस और यूक्रेन से गेहूं खरीदना पाकिस्तान के लिए मुश्किल बना दिया है. उन्होंने कहा कि रूस से गेहूं खरीदने के लिए पाकिस्तान ने युद्ध से पहले ही अनुरोध किया था लेकिन अभी तक रूस ने उसके पत्र का कोई जवाब नहीं दिया है.
सीएनएन से बातचीत में पाकिस्तानी वित्त मंत्री ने कहा, 'रूस ने पाकिस्तान को तेल खरीदने का कोई ऑफर नहीं दिया है. मेरे लिए रूसी तेल खरीदने की कल्पना करना मुश्किल है.'
मंत्री ने कहा कि रूस पर प्रतिबंध के कारण पाकिस्तान सरकार के गेहूं खरीद से संबंधित पत्र का जवाब नहीं दे रहा है. पाकिस्तान की इमरान खान सरकार ने रूस की सरकार से गेहूं खरीदने का अनुरोध किया था. पाकिस्तान की नई सरकार ने भी रूस और यूक्रेन दोनों ही देशों से गेहूं के लिए अनुरोध किया है. पाकिस्तानी सरकार का कहना है कि दोनों देशों में से जो भी पाकिस्तान को गेहूं निर्यात कर सकता है, वो पाकिस्तान को गेहूं भेजे. पाकिस्तानी मंत्री ने कहा, 'हमें उनसे गेहूं खरीदकर खुशी होगी.'
पाकिस्तान को रूस से सस्ते तेल ऑफर की उम्मीद
मिफ्ताह ने आगे कहा कि अगर रूस सस्ते दरों पर तेल की पेशकश करता है तो पाकिस्तान इस पर विचार करेगा. साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि रूस अगर पाकिस्तान को सस्ते तेल का ऑफर देता भी है तो इस वक्त पाकिस्तान के बैंक इस स्थिति में नहीं है कि वो रूसी तेल खरीद सकें.
पाकिस्तानी वित्त मंत्री ने इमरान खान के उस दावे का भी खंडन किया जिसमें उन्होंने कहा था कि रूस ने तेल और गेहूं खरीद पर पाकिस्तान को 30% छूट की पेशकश की है.

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