
भारतीय मूल की पत्नी, हिन्दू रीति-रिवाजों से शादी, बेटे का नाम विवेक... अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस का 'इंडिया कनेक्शन'
AajTak
जेडी वेंस और उषा चिलुकुरी दोनों का बैकग्राउंड बिल्कुल अलग है. जेडी वेंस आर्थिक रूप से कमजोर परिवार से आते हैं और उन्हें यहां तक पहुंचने के लिए काफी चुनौतियों का सामना करना पड़ा. इसके उलट भारतीय प्रवासियों की बेटी उषा चिलुकुरी कैलिफ़ोर्निया में एक ऐसे घर में पली, जहां शुरुआत से ही एकेडमिक्स पर जोर था और उनके पेरेंट्स अपने-अपने क्षेत्र के विद्वान थे.
अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस सोमवार को अपने चार दिवसीय दौर पर भारत आ रहे हैं. भारतीय मूल की उनकी पत्नी उषा वेंस चिलुकुरी और उनके तीन बच्चे भी इस विजिट में वेंस के साथ होंगे. अपनी यात्रा के दौरान वेंस परिवार दिल्ली के अलावा आगरा और जयपुर की भी यात्रा करेगा. अमेरिकी उपराष्ट्रपति की पत्नी उषा वेंस भारतीय मूल की पहली सेकंड लेडी हैं और वेंस के पद संभालने के बाद से वह लगातार चर्चा में हैं.
हिन्दू रिवाजों से रचाई शादी
अमेरिका के सैन डिएगो में जन्मीं उषा वेंस भारतीय अप्रवासी माता-पिता की बेटी हैं. उनके पिता IIT मद्रास के एलुमनाई हैं और उनकी मां एक मॉलिक्यूलर बायोलॉजिस्ट हैं. येल यूनिवर्सिटी के लॉ स्कूल में पढ़ाई के दौरान उषा और जेडी वेंस की मुलाकात हुई थी. इसके बाद दोनों की दोस्ती प्यार में बदल गई और आखिर में साल 2014 में दोनों ने हिंदू रीति-रिवाजों से शादी कर ली. अब उनके तीन बच्चे हैं.
उषा के पति जेडी वेंस कैथोलिक ईसाई हैं. एक इंटरव्यू में उषा ने खुद को ईसाई न मानने की बात कही थी. उन्होंने खुलासा किया कि उनके माता-पिता हिंदू हैं और हिंदू धर्म उनके जीवन का अहम हिस्सा है. यही नहीं, उन्होंने अपनी अच्छी परिवरिश और संस्कारों के पीछे हिन्दू धर्म को भी एक वजह बताया था. जेडी वेंस ने भी कहा था कि वह अपनी पत्नी उषा को आध्यात्मिक तौर पर से अपने लिए प्रेरणादायक मानते हैं. उन्होंने यह भी बताया कि उषा धर्म परिवर्तन नहीं करना चाहतीं, लेकिन वे उनके साथ चर्च जरूर जाती हैं.
संघर्ष में बीता जेडी का बचपन
जेडी वेंस और उषा चिलुकुरी दोनों का बैकग्राउंड एकदम अलग है. जेडी वेंस की मां नशे की लत की शिकार थीं, ऐसे में बचपन में उनका पालन-पोषण दादी ने किया था. जेडी वेंस आर्थिक रूप से काफी कमजोर परिवार से आते हैं और उन्हें यहां तक पहुंचने के लिए काफी चुनौतियों का सामना करना पड़ा. इसके उलट भारतीय प्रवासियों की बेटी उषा चिलुकुरी कैलिफ़ोर्निया में एक ऐसे घर में पली, जहां शुरुआत से ही एकेडमिक्स पर जोर था और उनके पेरेंट्स अपने-अपने क्षेत्र के विद्वान थे.

अब लगभग चार घंटे बाकी हैं जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भारत दौरे पर पहुंचेंगे. उनका विमान शाम 6 बजकर 35 मिनट पर दिल्ली एयरपोर्ट पर आएगा. करीब चार साल बाद पुतिन भारत आ रहे हैं, जो 2021 में भारत आने के बाद पहली बार है. इस बीच पुतिन के भारत दौरे से पहले MEA ने दोनों देशों के संबंध का वीडियो जारी किया है.

रूस के राष्ट्रपति पुतिन के गुरुवार को भारत दौरे को लेकर हलचल तेज हो चुकी है. इस बीच आजतक ने रूस में ही राष्ट्रपति पुतिन का एक्स्क्लूसिव इंटरव्यू लिया. इस दौरान उनसे अगस्त-सितंबर में चीन के तियानजिन में हुए 25वें शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के दौरान उस वायरल तस्वीर के बारे में पूछा गया, जिसमें उन्होंने वे प्रधानमंत्री मोदी के साथ कार में जाते हुए नजर आए थे. क्या था वो पूरा वाकया, जानने के लिए देखें वीडियो.

बांग्लादेश की आर्मी से रिटायर होने के बाद ब्रिगेडियर जनरल अब्दुल्लाहिल अमान आजमी का मुख्य काम भारत विरोध बन गया है. इस जनरल का मानना है कि भारत बांग्लादेश में अस्थिरता को बढ़ावा देता है. पाकिस्तान की 'ब्लीड इंडिया विद थाउजैंड कट्स' जैसी दूषित नीति से प्रभावित ये जनरल कहता है कि बांग्लादेश में तब तक शांति नहीं आ सकती, जबतक भारत के टुकड़े-टुकड़े न हो जाए.

पुतिन ने यूरोप पर अपनी नजर रखी है क्योंकि उन्हें डर है कि यूरोप शांति वार्ता को बिगाड़ सकता है. यूरोप लगातार रूस के खिलाफ युद्ध में उतरने के संकेत दे रहा है, जिस पर पुतिन ने कड़ी चेतावनी दी है. उन्होंने कहा है कि अगर यूरोप युद्ध में शामिल हुआ तो उसे रूस से ऐसी हार का सामना करना पड़ेगा जिससे यूरोप में शांति की बात करने वाला कोई बच नहीं पाएगा.

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का भारत दौरा ऐतिहासिक महत्व रखता है. यह दौरा भारत और रूस के रिश्तों की मजबूती का प्रतीक है जो दशकों पुराना है. यूक्रेन युद्ध और पश्चिमी प्रतिबंधों के बावजूद दोनों देशों का रिश्ता अडिग रहा है. पुतिन का यह दौरा द्विपक्षीय सहयोग को और मजबूत करेगा जिसमें रक्षा, कृषि, पेट्रोलियम और तकनीकी क्षेत्रों में समझौते शामिल होंगे.

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का स्पेशल विमान IL-96-3000 प्यू अब से कुछ ही घंटों में भारत की सरज़मीं पर लैंड करेगा. यह विमान 'हवा में उड़ता किला' है. पुतिन के भारत दौरे से पहले रूस ने भारत के साथ एक महत्वपूर्ण मिलिट्री सहयोग समझौते को मंजूरी दी है. इस कदम से क्षेत्रीय सुरक्षा में मजबूती आएगी और यह सहयोग दुश्मनों के लिए बड़ा झटका साबित होगा.







