
ब्लड क्लॉट्स केसः जर्मनी समेत 4 और यूरोपीय देशों ने एस्ट्राजेनेका की कोरोना वैक्सीन पर लगाई रोक
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डेनमार्क पहला देश है जहां एस्ट्राजेनेका की वैक्सीन के इस्तेमाल पर अस्थायी रुप से प्रतिबंध लगा. वहां एक शख्स की कोरोना वैक्सीन डोज लेने के 10 दिन बाद ही उसकी मौत हो गई. डेनमार्क का लक्ष्य था कि वो अपने सभी नागरिकों को 15 अगस्त तक वैक्सीन लगा देगा लेकिन अब उसके लिए चार हफ्ते तक बढ़ा दिया गया है.
जर्मनी, फ्रांस, इटली और स्पेन सोमवार को उन देशों में शामिल हो गए जिन्होंने डोज लेने वालों में से कुछ में खतरनाक ब्लड क्लॉट्स की रिपोर्ट पर एस्ट्राजेनेका के कोविड-19 वैक्सीन के उपयोग को सस्पेंड कर दिया. हालांकि कंपनी और यूरोपीय नियामकों का कहना है कि डोज पर दोष लगाने के कोई सबूत नहीं है. एस्ट्राजेनेका यूरोपीय महाद्वीप में उन 3 वैक्सीन में शामिल है जिसका उपयोग किया जा रहा है. लेकिन कई देशों की ओर से इस पर प्रतिबंध लगा दिए जाने की वजह से यूरोपीय संघ के टीकाकरण अभियान के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है क्योंकि संक्रमण के बढ़ते मामलों के बीच पहले से ही इसकी कमी और अन्य समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है. यह टीकाकरण अभियान में ब्रिटेन और अमेरिका से काफी पीछे है.
आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की खास बातचीत में आतंकवाद विषय पर महत्वपूर्ण विचार साझा किए गए. इस बातचीत में पुतिन ने साफ कहा कि आतंकवादियों का समर्थन नहीं किया जा सकता. उन्होंने कहा कि यदि आजादी के लिए लड़ना है तो वह कानून के दायरे में होना चाहिए. पुतिन ने ये भी बताया कि आतंकवाद से लड़ाई में रूस भारत के साथ मजबूती से खड़ा है.

जॉइंट प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, 'पंद्रह साल पहले, 2010 में, हमारी साझेदारी को स्पेशल प्रिविलेज्ड स्ट्रैटेजिक पार्टनरशिप का दर्जा दिया गया था. पिछले ढाई दशकों में राष्ट्रपति पुतिन ने अपने नेतृत्व और विजन से इस रिश्ते को लगातार आगे बढ़ाया है. हर परिस्थिति में उनके नेतृत्व ने हमारे संबंधों को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाया है.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के साथ ग्लोबल सुपर एक्सक्लूसिव बातचीत की. आजतक से बातचीत में राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि मैं आज जो इतना बड़ा नेता बना हूं उसके पीछे मेरा परिवार है. जिस परिवार में मेरा जन्म हुआ जिनके बीच मैं पला-बढ़ा मुझे लगता है कि इन सब ने मिलाकर मुझे वो बनाया है जो आज मैं हूं.

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक के साथ खास बातचीत में बताया कि भारत-रूस के संबंध मजबूत होने में वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का महत्वपूर्ण योगदान है. पुतिन ने कहा कि वे पीएम मोदी के साथ काम कर रहे हैं और उनके दोस्ताना संबंध हैं. उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि भारत को प्रधानमंत्री मोदी के साथ काम करने पर गर्व है और वे उम्मीद करते हैं कि मोदी नाराज़ नहीं होंगे.

आजतक के साथ रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की एक खास बातचीत की गई है जिसमें उन्होंने रूस की इंटेलिजेंस एजेंसी की क्षमता और विश्व की सबसे अच्छी एजेंसी के बारे में अपने विचार साझा किए हैं. पुतिन ने कहा कि रूस की इंटेलिजेंस एजेंसी अच्छा काम कर रही है और उन्होंने विश्व की अन्य प्रमुख एजेंसियों की तुलना में अपनी एजेंसी की क्षमता पर गर्व जताया.

भारत आने से पहले रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक की मैनेजिंग एडिटर अंजना ओम कश्यप और इंडिया टुडे की फॉरेन अफेयर्स एडिटर गीता मोहन के साथ एक विशेष बातचीत की. इस बातचीत में पुतिन ने वैश्विक मुद्दों पर खुलकर अपनी राय दी, खासतौर पर रूस-यूक्रेन युद्ध पर. उन्होंने स्पष्ट किया कि इस युद्ध का दो ही समाधान हो सकते हैं— या तो रूस युद्ध के जरिए रिपब्लिक को आजाद कर दे या यूक्रेन अपने सैनिकों को वापस बुला ले. पुतिन के ये विचार पूरी दुनिया के लिए महत्वपूर्ण हैं क्योंकि यह युद्ध अंतरराष्ट्रीय स्तर पर गहरी चिंता का विषय बना हुआ है.







