
बॉलीवुड-तेलुगू से टक्कर को तैयार मलयालम सिनेमा, पृथ्वीराज ने बनाई सबसे महंगी फिल्म 'एम्पुरान', जमकर हो रही बुकिंग
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मलयालम स्टार पृथ्वीराज सुकुमारन के डायरेक्शन में बनी 'एम्पुरान' अब स्केल के मामले में बॉलीवुड और तेलुगू इंडस्ट्री की फिल्मों को चैलेंज करने जा रही है. 27 मार्च को रिलीज हो रही इस फिल्म के लिए ऐसा माहौल बना है कि इसका धमाकेदार हिट बनना तय नजर आ रहा है.
पिछले कुछ सालों में सस्पेंस थ्रिलर से लेकर, कॉमेडी तक मलयालम इंडस्ट्री से लगातार ऐसी फिल्में निकली हैं जिनकी तारीफ से सोशल मीडिया भरा पड़ा है. बिजनेस के लिहाज से भी इन फिल्मों ने मलयालम इंडस्ट्री का कद ऊंचा किया है. लेकिन मलयालम फिल्मों को अधिकतर लिमिटेड बजट की, दिमाग उलझाने वाली गंभीर कहानियों और सीरियस टेक्निकल फिल्ममेकिंग से जोड़कर देखा जाता रहा है.
इस फिल्म इंडस्ट्री से ग्रैंड स्केल, बड़े बजट वाली और धमाकेदार-मसालेदार एंटरटेनमेंट देने वाली फिल्में नहीं निकली हैं. मगर अब ये खेल बदलने वाला है. कई बॉलीवुड फिल्मों में नजर आ चुके मलयालम स्टार पृथ्वीराज सुकुमारन के डायरेक्शन में बनी 'एम्पुरान' स्केल के मामले में बॉलीवुड और तेलुगू इंडस्ट्री की फिल्मों को चैलेंज करने जा रही है. 27 मार्च को रिलीज हो रही इस फिल्म के लिए ऐसा माहौल बना है कि इसका धमाकेदार हिट बनना तय नजर आ रहा है.
क्या है 'एम्पुरान'? एक्टर के तौर पर मलयालम सिनेमा के बड़े स्टार बन चुके पृथ्वीराज सुकुमारन ने 2019 में बतौर डायरेक्टर डेब्यू किया था. उनकी पहली फिल्म 'लूसिफर' थी जिसके हीरो थे मलयालम इंडस्ट्री के सुपरस्टार मोहनलाल. 'लूसिफर' में पृथ्वीराज खुद भी एक महत्वपूर्ण रोल में नजर आए थे.
मुरली गोपी की लिखी एक कहानी को ट्राइलॉजी यानी तीन फिल्मों की सीरीज में प्लान किया गया था जिसमें 'लूसिफर' पहली फिल्म थी और 'एम्पुरान' दूसरी फिल्म है. इस बार भी डायरेक्टर पृथ्वीराज ही हैं और इस कहानी को 'लूसिफर 2: एम्पुरान' या शॉर्ट में 'L2E' भी कहा जा रहा है.
'लूसिफर' के 'एम्पुरान' बनने की कहानी 'लूसिफर' की कहानी में एक मुख्यमंत्री की मौत के बाद उसकी राजनीतिक विरासत संभालने के लिए एक काबिल उत्तराधिकारी की तलाश का प्लॉट था. मुख्यमंत्री के दो बच्चे, उसका दामाद और उसकी पार्टी का एक नेता अपने आप को अगला उत्तराधिकारी साबित करना चाहते हैं. लेकिन तभी कहानी में एक रहस्यमयी व्यक्ति की एंट्री होती है जिसका नाम स्टीफन है और लोग उसे लूसिफर बुलाते हैं. लुसिफर पॉलिटिक्स में अपना दम जमकर दिखाता है लेकिन कहानी का ट्विस्ट ये था कि वो एक इंटरनेशनल क्रिमिनल है और एक क्राइम सिंडिकेट का बॉस है.
फिल्म में एक बहुत महत्वपूर्ण मोड़ पर लूसिफर की मदद के लिए उसका एक साथी जाएद मसूद सामने आता है, ये किरदार पृथ्वीराज ने निभाया था. इस जाएद मसूद का बैकग्राउंड क्या है, ये भी अभी तक सस्पेंस है. ईसाई माइथोलॉजी में लूसिफर नाम का एक किरदार विनाशक के रूप में देखा जाता है. और मलयालम में 'एम्पुरान' शब्द एक ऐसे व्यक्ति के लिए प्रयोग होता है जिसकी शक्तियां राजाओं से ऊपर है मगर ईश्वर से कम.













