
बेरूत में इजरायली हमले जारी, हिज़्बुल्लाह के ठिकानों पर तीसरे दिन भी बमबारी
AajTak
सितंबर के अंत से, इजरायल ने ईरान समर्थित हिज़्बुल्ला के खिलाफ एक बड़े हवाई और जमीनी अभियान की शुरुआत की है. इस अभियान का उद्देश्य हिज़्बुल्ला के ठिकानों और उसके प्रभाव को कमजोर करना है, जो सीमा पर वर्षों से चले आ रहे संघर्ष में शामिल रहा है. यह अभियान गाजा युद्ध के समानांतर हो रहा है और दोनों ही पक्षों में अस्थिरता और तनाव बढ़ाने का कारण बन रहा है.
इजरायल और हिज़्बुल्ला के बीच जारी तनाव के बीच, इजरायली सेना ने गुरुवार को तीसरे दिन भी बेरूत के दक्षिणी उपनगरों में हिज़्बुल्ला के ठिकानों पर हवाई हमले किए. सुबह-सुबह की गई इन बमबारी में बेरूत के आसमान में धुएं के बड़े-बड़े गुबार उठते देखे गए, जिससे लोगों में डर और असुरक्षा का माहौल फैल गया है. लेबनान की सरकारी समाचार एजेंसी नेशनल न्यूज़ एजेंसी (एनएनए) के अनुसार, इन हमलों ने न केवल बेरूत को प्रभावित किया, बल्कि
दक्षिणी लेबनान के बिंत जाबिल क्षेत्र तक भी पहुंच बनाई. यहां रात भर हुए हवाई हमलों और तोपों की गोलाबारी ने कई इमारतों और आवासीय परिसरों को भारी नुकसान पहुंचाया है. इसके अतिरिक्त, बज़ूरियेह और जुमयजीमेह कस्बों पर हुए हमलों में कम से कम पांच लोगों की मौत हुई है.
हिज़्बुल्ला पर इजरायल का एक्शन सितंबर के अंत से, इजरायल ने ईरान समर्थित हिज़्बुल्ला के खिलाफ एक बड़े हवाई और जमीनी अभियान की शुरुआत की है. इस अभियान का उद्देश्य हिज़्बुल्ला के ठिकानों और उसके प्रभाव को कमजोर करना है, जो सीमा पर वर्षों से चले आ रहे संघर्ष में शामिल रहा है. यह अभियान गाजा युद्ध के समानांतर हो रहा है और दोनों ही पक्षों में अस्थिरता और तनाव बढ़ाने का कारण बन रहा है.
मृतकों और घायलों के लगातार बढ़ रहे हैं आंकड़े बेरूत के उपनगरों में हुए हमलों से प्रभावित क्षेत्रों को पहले से ही खाली करवाया जा चुका है, जिसके कारण स्थानीय अधिकारियों ने गुरुवार के हमलों में हताहतों का आधिकारिक आंकड़ा जारी नहीं किया है. हालांकि, लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने जानकारी दी है कि 7 अक्टूबर से जारी इजरायली हमलों में अब तक पूरे लेबनान में 3,365 लोगों की जान जा चुकी है और 14,344 लोग घायल हुए हैं. यह आंकड़े मानवीय संकट की गंभीरता को उजागर करते हैं.
संघर्षविराम को लेकर बातचीत की कोशिशें जारी लेबनानी संसद के स्पीकर नबीह बेरी के राजनीतिक सहायक अली हसन खलील ने बुधवार को बताया कि अमेरिकी दूत एमोस होचस्टीन के साथ संघर्षविराम के लिए एक प्रारंभिक समझौता तैयार किया गया है. खलील ने अल जज़ीरा को दिए साक्षात्कार में बताया कि यह प्रस्ताव होचस्टीन के माध्यम से इजरायली पक्ष को भेजा गया था, लेकिन अभी तक इजरायल से इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है.
उन्होंने यह भी कहा कि किसी भी संभावित समझौते का आधार संयुक्त राष्ट्र के प्रस्ताव 1701 पर होना चाहिए, जिसे 2006 में अपनाया गया था. इस प्रस्ताव का उद्देश्य है कि लेबनानी सेना को दक्षिणी लेबनान में इजरायल की सीमा के साथ शांति बनाए रखने में सहायता करना और सुनिश्चित करना कि केवल लेबनानी राज्य की सेना ही वहां मौजूद रहे.

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक के 'वर्ल्ड एक्सक्लूसिव' इंटरव्यू में दुनिया के बदलते समीकरणों और भारत के साथ मजबूत संबंधों के भविष्य पर खुलकर बात की. पुतिन ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी किसी के दबाव में काम नहीं करते. उन्होंने भारत को विश्व विकास की आधारशिला बताया और स्पेस, न्यूक्लियर तकनीक समेत रक्षा और AI में साझेदारी पर जोर दिया.

पुतिन ने कहा कि अफगानिस्तान की सरकार ने बहुत कुछ किया है. और अब वो आतंकियों और उनके संगठनों को चिह्नि्त कर रहे हैं. उदाहरण के तौर पर इस्लामिक स्टेट और इसी तरह के कई संगठनों को उन्होंने अलग-थलग किया है. अफगानिस्तान के नेतृत्व ने ड्रग्स नेटवर्क पर भी कार्रवाई की है. और वो इस पर और सख्ती करने वाले हैं. सबसे महत्वपूर्ण बात ये है कि वहां जो होता है उसका असर होता है.

भारत दौरे से ठीक पहले रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने आजतक को दिए अपने 100 मिनट के सुपर एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में भारत, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, G8 और क्रिमिया को लेकर कई अहम बातें कही हैं. इंटरव्यू में पुतिन ने ना सिर्फ भारत की प्रगति की तारीफ की, बल्कि रणनीतिक साझेदारी को नई ऊंचाई देने का भरोसा भी जताया.

यूक्रेन युद्ध के बीच पुतिन का आजतक से ये खास इंटरव्यू इसलिए अहम हो जाता है क्योंकि इसमें पहली बार रूस ने ट्रंप की शांति कोशिशों को इतनी मजबूती से स्वीकारा है. पुतिन ने संकेत दिया कि मानवीय नुकसान, राजनीतिक दबाव और आर्थिक हित, ये तीनों वजहें अमेरिका को हल तलाशने पर मजबूर कर रही हैं. हालांकि बड़ी प्रगति पर अभी भी पर्दा है, लेकिन वार्ताओं ने एक संभावित नई शुरुआत की उम्मीद जरूर जगाई है.

अब लगभग चार घंटे बाकी हैं जब रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन भारत दौरे पर पहुंचेंगे. उनका विमान शाम 6 बजकर 35 मिनट पर दिल्ली एयरपोर्ट पर आएगा. करीब चार साल बाद पुतिन भारत आ रहे हैं, जो 2021 में भारत आने के बाद पहली बार है. इस बीच पुतिन के भारत दौरे से पहले MEA ने दोनों देशों के संबंध का वीडियो जारी किया है.

रूस के राष्ट्रपति पुतिन के गुरुवार को भारत दौरे को लेकर हलचल तेज हो चुकी है. इस बीच आजतक ने रूस में ही राष्ट्रपति पुतिन का एक्स्क्लूसिव इंटरव्यू लिया. इस दौरान उनसे अगस्त-सितंबर में चीन के तियानजिन में हुए 25वें शंघाई सहयोग संगठन (SCO) के दौरान उस वायरल तस्वीर के बारे में पूछा गया, जिसमें उन्होंने वे प्रधानमंत्री मोदी के साथ कार में जाते हुए नजर आए थे. क्या था वो पूरा वाकया, जानने के लिए देखें वीडियो.







