बेटे का कत्ल, टिश्यू पेपर पर लिखी वजह और 642 पेज की चार्जशीट... AI एक्सपर्ट सूचना सेठ के बारे में सबसे बड़ा खुलासा
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आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एथिक्स एक्सपर्ट, डेटा साइंटिस्ट और स्टार्टअप कंपनी माइंडफुल एआई लैब की फाउंडर और सीईओ 39 साल की सूचना सेठ की काली करतूतों का गोवा पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है. उसके खिलाफ पणजी के चिल्ड्रेंस कोर्ट में 642 पन्नों की चार्जशीट दाखिल की गई है.
सूचना सेठ और सूटकेस में बंद उसके चार साल के बेटे की लाश का सच सामने आने के बाद से ही दो सवाल लगातार गोवा पुलिस से पूछे जा रहे थे. पहला सवाल ये कि सूचना के बेटे की मौत कैसे हुई? और दूसरा सवाल ये कि एक मां ने अपने ही बेटे का कत्ल क्यों किया? तो कत्ल के करीब तीन महीने बाद आखिरकार गोवा पुलिस ने इन दोनों सवालों के जवाब दे दिए हैं. ये जवाब पूरे 642 पन्नों में दिए गए हैं. जी हां, गोवा पुलिस ने सूचना सेठ को अपने ही बेटे का कातिल करार देते हुए उसके खिलाफ चार्जशीट पणजी के चिल्ड्रेंस कोर्ट में दायर कर दी है.
इस चार्जशीट के मुताबिक सूचना सेठ ने 6 और 7 जनवरी की रात को नॉर्थ गोवा के कैंडोलिम इलाके में मौजूद होटल सोल बनयान ग्रैंडे के अपने कमरे में ही अपने बेटे की अपने ही हाथों से गला घोंट कर हत्या कर दी थी. उसने 6 जनवरी की रात को ही इस होटल में चेक इन किया था. बुकिंग 10 जनवरी तक की थी. लेकिन फिर 7 जनवरी की रात अचानक सूचना सेठ होटल छोड़ देती है. होटल से ही कैब बुला कर वो सड़क के रास्ते गोवा से बेंगलुरु के लिए निकल जाती है. पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टरों ने भी अपनी रिपोर्ट में कहा है कि मौत गला घोंटने की वजह से हुई है.
सूचना सेठ के हाथ की लिखी एक पर्ची बनी सबसे अहम सबूत
पहले शक था कि शायद उसने अपने बेटे को कोई जहर दिया है. लेकिन गोवा स्टेट फॉरेंसिक साइंस लेबोरैटरी ने विसरा की जांच के बाद जो रिपोर्ट दी है, उसमें कहीं जहर का जिक्र नहीं है. मेडिकल रिपोर्ट के बाद ये साफ हो गया है कि सूचना सेठ के बेटे की मौत गला घोंटने की वजह से ही हुई है. पर सवाल ये है कि उसने चार साल के अपने मासूम बेटे का गला अपने ही हाथों से क्यों घोंटा? तो गोवा पुलिस की तरफ से दायर चार्जशीट ने इस सवाल का जवाब भी दे दिया है. इस जवाब के साथ गोवा पुलिस ने बाकायदा सूचना सेठ के हाथ की लिखी एक पर्ची भी बतौर सबूत चार्जशीट के साथ पेश की है.
गोवा पुलिस के मुताबिक हैंडराइटिंग एक्सपर्ट्स की रिपोर्ट से ये साफ हो गया है कि ये पर्ची खुद सूचना सेठ ने लिखी है. पहले इस पर्ची का मजमून पढ़िए क्योंकि वजह इसी मजमून में छुपा है. पर्ची पर लिखा है, "मेरा बेटा अपने पापा के पास नहीं जाना चाहता. लेकिन मेरे एक्स हस्बेंड और फैमिली कोर्ट के जज मुझे ये धमकी दे रहे हैं कि यदि मैंने अपने चार साल के बेटे को उसके पापा के पास नहीं भेजा, तो वो मुझे जेल भेज देंगे. मेरे वकील के पास भी कोई ऐसा रास्ता नहीं है जो मेरे बेटे को सेफ रख सके. मैं ये बर्दाश्त नहीं कर सकती." एक नोट कत्ल की वजह को साबित करने के लिए सबसे अहम है.
बेटे को पति के पास न भेजना पड़े, इसलिए सुलाया मौत की नींद
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