बीकानेर दलित युवती मर्डर केस... 15 दिन तक पीछा फिर अपहरण के बाद गैंगरेप
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बीकानेर के खाजूवाला इलाके में 20 साल की युवती हर रोज कंप्यूटर कोचिंग के लिए आया करती थी. पीड़ित पिता का आरोप है कि बीते 15 दिन से दिनेश विश्नोई नाम का युवक बेटी का पीछा कर रहा था. बेटी ने उसे ऐसा करने से मना भी किया था.
राजस्थान के बीकानेर में दलित युवती के साथ गैंगरेप के बाद उसकी हत्या किए जाने के केस में दो पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया गया है. युवती के पिता का आरोप है कि एक युवक बेटी का पीछा किया करता था. 20 जून को बेटी कोचिंग के लिए गई हुई थी. तब युवक और दोनों पुलिसकर्मी बेटी को कमरे पर ले गए और उसके साथ गैंगरेप किया. फिर उसकी हत्या कर दी. इस मामले में पुलिस ने दोनों पुलिस कांस्टेबल को कस्टडी में लिया है. शव को पोस्टमार्टम कराया गया है. एसपी के आदेश पर दोनों पुलिस कांस्टेबल को सस्पेंड कर दिया गया है. मामले में आगे की जांच जारी है.
दरअसल, बीकानेर के खाजूवाला इलाके में 20 साल की युवती हर रोज कंप्यूटर कोचिंग के लिए आया करती थी. पीड़ित पिता का आरोप है कि बीते 15 दिन से दिनेश विश्नोई नाम का युवक बेटी का पीछा कर रहा था. बेटी ने उसे ऐसा करने से मना भी किया था.
20 जून को सुबह 10 बजे बेटी जब कोचिंग आई हुई थी तब दिनेश विश्नोई ने खाजूवाला थाने के दो कांस्टेबल भागीरथ विश्नोई और मनोज विश्नोई के साथ मिल कर बेटी को अगवा कर लिया. इसके बाद उसे अपने दोस्त के कमरे पर ले गए. वहां पर बेटी के साथ दोनों पुलिस कांस्टेबल, दिनेश और 2-3 अन्य लोगों ने गैंगरेप किया. इस दौरान बेटी की मौत हो गई.
आरोप है कि आरोपियों ने हत्या करने के बाद युवती का शव खाजूवाला के सिनेमा हॉल के पास ले जाकर फैंक दिया ताकि हत्या और सामूहिक बलात्कार के जुर्म का छिपाया जा सके. घटना की खबर मिलते ही सिटी एसपी तेजस्विनी गौतम समेत कई पुलिस अधिकारी और पांच थानों पुलिस खाजूवाला पहुंची थी.
बीजेपी ने दिया पीड़ित परिवार के साथ धरना
20 तारीख को घटना सामने आई थी. 20 तारीख से लेकर 21 तारीख तक दो दिन जमकर हंगामा हुआ. पीड़ित परिवार के साथ-साथ भाजपा जिलाध्यक्ष जालम सिंह भाटी सहित अन्य कार्यकर्ताओं ने खाजूवाला पुलिस थाने के सामने धरना दिया. पीड़ित परिवार की मांग थी कि पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार किया जाए और अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार किया जाए.
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