बिहार: सीतामढ़ी में शराब माफिया का पुलिस टीम पर हमला, ASI की मौत, एक पुलिसकर्मी घायल
AajTak
बिहार के सीतामढ़ी जिले में बुधवार सुबह शराब माफिया के साथ मुठभेड़ में एक असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर की मौत हो गई. इस घटना में एक अन्य पुलिसकर्मी भी गंभीर रूप से घायल हो गया है. मृतक असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर का नाम दिनेश राम है और घायल पुलिसकर्मी का नाम लालबाबू पासवान है.
बिहार के सीतामढ़ी जिले में बुधवार सुबह शराब माफिया के साथ मुठभेड़ में एक असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर की मौत हो गई. इस घटना में एक अन्य पुलिसकर्मी भी गंभीर रूप से घायल हो गया है. मृतक असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर का नाम दिनेश राम है और घायल पुलिसकर्मी का नाम लालबाबू पासवान है. दोनों पुलिसकर्मी की सीतामढ़ी के मेजरगंज थाना में पोस्टिंग थी. घटना मेजरगंज थाना अंतर्गत आने वाले कोआरी मदन गांव की है, जहां गुप्त सूचना के आधार पर बुधवार सुबह पुलिस की टीम कोआरी गांव छापेमारी करने पहुंची थी. पुलिस को जानकारी मिली थी कि गांव में अवैध शराब का कारोबार चल रहा है और इसी के बाद गांव पर छापेमारी करने के लिए पुलिस का दस्ता पहुंचा था. पुलिस की टीम जैसे ही गांव पर पहुंची शराब माफिया ने पुलिस पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी जिसमें एएसआई दिनेश राम और चौकीदार लालबाबू पासवान को गोली लग गई. जानकारी के मुताबिक घटनास्थल से अस्पताल ले जाने के क्रम में एएसआई दिनेश राम की मौत हो गई जबकि चौकीदार लालबाबू पासवान का इलाज चल रहा है. चौकीदार की भी हालत गंभीर बनी हुई है.जर्मनी से 35 दिन बाद वापस लौटने पर जेडीएस के निष्कासित सांसद रेवन्ना को बेंगलुरु एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर शुक्रवार को कोर्ट में पेश किया गया था. कर्नाटक पुलिस की एसआईटी ने कोर्ट से रेवन्ना की 14 दिनों की कस्टडी की मांग की थी. दोनों पक्षों की तरफ से अपनी-अपनी दलीलें दी गईं. लंबी-चौड़ी दलीलों को सुनने के बाद कोर्ट ने रेवन्ना को 6 जून तक SIT हिरासत में भेज दिया है.
असम में चक्रवात रेमल के बाद लगातार बारिश के कारण 9 जिलों में बाढ़ की स्थिति से दो लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं. 28 मई से राज्य में बाढ़, बारिश और तूफान में कुल मिलाकर छह लोगों की मौत हो गई है. वहीं मणिपुर का राजभवन भी बाढ़ के पानी से लबालब हो चुका है. अधिकारियों ने शुक्रवार को बताया कि चक्रवात रेमल के बाद पिछले कुछ दिनों में हुई मूसलाधार बारिश के कारण मणिपुर के राजभवन में जलभराव हो गया है.
बार और रेस्टोरेंट्स की ओर से पेश वकील वीना थडानी ने तत्काल सुनवाई के लिए याचिकाओं का उल्लेख किया और कहा कि पुणे में हुई घटना के बाद से कुछ दस्तावेज प्रस्तुत न करने जैसे मामूली मुद्दों पर बार और रेस्टोरेंट्स के लाइसेंस निलंबित किए जा रहे हैं. थडानी ने कहा कि इन प्रतिष्ठानों को बलि का बकरा बनाया जा रहा है.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने हाल ही में एक बयान दिया है कि उन्होंने धर्म के आधार पर आरक्षण की समीक्षा करने की बात कही है. उन्होंने यह भी जोड़ा कि अगर कहीं भी संविधान विरुद्ध कोई कार्य हो रहा है, तो उसकी समीक्षा की जाएगी. उन्होंने कहा कि ओबीसी के आरक्षण का लाभ ले रहे मुस्लिमों की समीक्षा करेंगे. यह बयान उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री की ओर से आरक्षण प्रणाली के बारे में एक महत्वपूर्ण बयान है.