बिहार: बिना बेहोश किए 23 महिलाओं की नसबंदी की गई, जांच के आदेश
The Wire
बिहार में खगड़िया ज़िले के अलौली प्रखंड के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र का मामला. ज़िलाधिकारी ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं. राष्ट्रीय महिला आयोग ने नसबंदी करने वाले डॉक्टरों के लाइसेंस रद्द करने की मांग की है.
खगड़िया/नई दिल्ली: बिहार में खगड़िया जिले के अलौली प्रखंड के एक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सकीय लापरवाही का एक चौंकाने वाला मामला प्रकाश में आया है, जिसमें 23 महिलाओं की बिना एनेस्थीसिया (बेहोश किए) के नसबंदी कराने के लिए सर्जरी कराने पर मजबूर होना पड़ा. NCW has taken cognizance. Chairperson @sharmarekha has written to Bihar CS to take strict action against the NGOs, doctors & all those involved. NCW has asked that the doctors' registrations be revoked for medical negligence & not following due procedure. https://t.co/IwwDqEP2eI
खगड़िया के जिलाधिकारी ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं और संबंधित जिले के सिविल सर्जन को जल्द से जल्द जांच पूरी करने को कहा है. — NCW (@NCWIndia) November 17, 2022
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, खगड़िया के सिविल सर्जन अमरकांत झा ने बताया, ऐसी खबरें हैं कि हाल में अलौली के एक प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में 23 महिलाओं की बिना एनेस्थीसिया के शल्य चिकित्सा से नसबंदी की गई.
उन्होंने कहा, ‘यह गंभीर चिकित्सा लापरवाही का मामला है. बिना एनेस्थीसिया के महिलाओं को इस सर्जिकल प्रक्रिया से गुजरने के लिए कैसे मजबूर किया जा सकता है. नसबंदी के लिए मानक अभ्यास के तहत एनेस्थीसिया का उपयोग होता है. जांच की जा रही है और दोषी पाए जाने वाले स्वास्थ्य केंद्र के डॉक्टरों सहित संबंधित चिकित्साकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी. हम पीड़ितों से मिल रहे हैं.’