बिहार: पटना में आतंकी मॉड्यूल का खुलासा, रिटायर्ड दरोगा गिरफ्तार, PM मोदी का बिहार दौरा था निशाने पर
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बिहार के पटना से पुलिस ने संभावित आतंकवादी मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया है. पुलिस ने बताया कि एक झारखंड पुलिस का रिटायर्ड दरोगा मोहम्मद जलालुद्दीन है. दूसरा अतहर परवेज है जो पटना के गांधी मैदान में हुए बम धमाके का आरोपी मंजर का सगा भाई है.
पटना के फुलवारी शरीफ इलाके में एक आतंकवादी मॉड्यूल का भंडाफोड़ हुआ है. इनके निशाने पर प्रधानमंत्री मोदी का बिहार दौरा था, जिसपर वह 12 जुलाई को पटना पहुंचे थे. हमले के लिए पीएम के दौरे से 15 दिन पहले फुलवारी शरीफ में संदिग्ध आतंकियों की ट्रेनिंग भी शुरू हुई थी. वहीं पर छापा मारकर संदिग्धों को पकड़ा गया.
इस मामले में पुलिस ने 2 लोगों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार किए गए दोनों कथित आतंकवादियों में से एक झारखंड पुलिस का रिटायर्ड दरोगा मोहम्मद जलालुद्दीन और दूसरा अतहर परवेज है. अतहर परवेज पटना के गांधी मैदान में हुए बम धमाके का आरोपी मंजर का सगा भाई है.
पुलिस ने बताया है कि दोनों संदिग्ध आतंकवादियों के तार पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) और सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी ऑफ इंडिया (SDPI) से जुड़े हैं. पुलिस ने इन दोनों के पास से पीएफआई का झंडा, बुकलेट, पंपलेट और कई संदिग्ध दस्तावेज बरामद किए हैं. जिसमें भारत को 2047 तक इस्लामिक मुल्क बनाने का जिक्र किया गया है. पुलिस ने बताया है कि यह दोनों संदिग्ध आतंकवादी पिछले कुछ समय से पटना के फुलवारी शरीफ इलाके में आतंक की पाठशाला चला रहे थे. पुलिस के मुताबिक अतहर परवेज मार्शल आर्ट और शारीरिक शिक्षा देने के नाम पर मोहम्मद जलालुद्दीन के एनजीओ चला रहा था. जानकारी के मुताबिक अतहर ने ₹16000 किराए पर मोहम्मद जलालुद्दीन के फुलवारीशरीफ स्थित अहमद पैलेस, नया टोला इलाके में फ्लैट लिया था जहां से वह देश विरोधी मुहिम चला रहा था.
देते थे लड़कों को ट्रेनिंग:
बताया जा रहा है कि अतहर परवेज और मोहम्मद जलालुद्दीन दोनों एनजीओ के नाम पर आतंक की फैक्ट्री चला रहे थे और उनका मुख्य उद्देश्य हिंदुओं के खिलाफ मुस्लिमों को भड़काना था. मुस्लिम नौजवानों को यह दोनों अस्त्र-शास्त्र की ट्रेनिंग दिया करते थे और फिर राष्ट्रीय स्तर, राज्य स्तर, जिला स्तर पर पीएफआई और एसडीपीआई के सक्रिय सदस्यों के साथ बैठक में किया करता था.दोनों संदिग्ध आतंकी सिमी के पुराने सदस्य जो जेल में बंद है उनकी जमानत करवाता था और उन्हें आतंकी ट्रेनिंग भी देते थे.
कई युवाओं को बुलाया था:
हिट एंड रन की ये घटना 19 मई की है. पुणे के कल्याणी नगर इलाके में रियल एस्टेट डेवलपर विशाल अग्रवाल के 17 साल आठ महीने के बेटे ने अपनी स्पोर्ट्स कार पोर्श से बाइक सवार दो इंजीनियरों को रौंद दिया था, जिससे दोनों की मौत हो गई थी. इस घटना के 14 घंटे बाद नाबालिग आरोपी को कोर्ट से कुछ शर्तों के साथ जमानत मिल गई थी. हालांकि बाद में आरोपी को फिर से कस्टडी में लेकर जुवेनाइल सेंटर भेज दिया गया.
एक अधिकारी ने बताया कि यह घटना आइजोल शहर के दक्षिणी बाहरी इलाके में मेल्थम और ह्लिमेन के बीच के इलाके में सुबह करीब छह बजे हुई. रिपोर्ट में कहा गया है कि भूस्खलन के प्रभाव के कारण कई घर और श्रमिक शिविर ढह गए, जिसके मलबे के नीचे कम से कम 21 लोग दब गए. अब तक 13 शव बरामद किए जा चुके हैं और आठ लोग अभी भी लापता हैं.