
बिक सकती है Bisleri, कंपनी की कैसे हुई शुरुआत? मालिक को लोगों ने कहा था- ये पागल है!
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देश में पैकेज्ड वाटर का मार्केट 20,000 करोड़ रुपये से अधिक का है. इसमें से 60 फीसदी हिस्सा असंगठित है. बिस्लेरी की संगठित बाजार में हिस्सेदारी करीब 32 फीसदी है. टाटा समूह ने हिस्सेदारी अधिग्रहण के लिए बिसलेरी को प्रस्ताव दिया है. टाटा ग्रुप का अपना बोतलबंद पानी का कारोबार भी है.
भारत में बोतलबंद पानी का सबसे पॉपुलर ब्रांड बिसलेरी बिक सकता है. टाटा समूह (Tata Group) ने रमेश चौहान के नेतृत्व वाली भारत की सबसे बड़ी पैकेज्ड वाटर कंपनी बिसलेरी इंटरनेशनल में हिस्सेदारी खरीदने की पेशकश की है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, कंपनी के तीन अधिकारियों ने इस डेवलपमेंट के बारे में जानकारी दी है. उनमें से एक ने बताया कि टाटा समूह ने हिस्सेदारी अधिग्रहण के लिए बिसलेरी को प्रस्ताव दिया है. अगर ये डील हो जाती है, तो टाटा ग्रुप को एंट्री-लेवल, मिड-सेगमेंट और प्रीमियम पैकेज्ड वॉटर कैटेगरी में पैर जमाने का मौका मिलेगा.
अधिग्रहण की तलाश में टाटा कंज्यूमर
ये डील टाटा ग्रुप को रिटेल स्टोर्स, केमिस्ट चैनल्स, इंस्टीट्यूशनल चैनल्स, होटल सहित रेडी गो-टू-मार्केट नेटवर्क देगा. टाटा ग्रुप का टाटा कंज्यूमर बिजनेस एक्टिव होकर रणनीतिक अधिग्रहण की तलाश कर रहा है. टाटा ग्रुप का टाटा कंज्यूमर बिजनेस स्टारबक्स कैफे ऑपरेट करने के अलावा टेटली चाय, Eight O' Clock coffee, सोलफुल सिरियल्स, नमक और दालें बेचता है. NourishCo के तहत टाटा कंज्यूमर का अपना बोतलबंद पानी का कारोबार भी है.
बिसलेरी का बिजनेस नेटवर्क
वेबसाइट पर दी गई जानकारी के अनुसार, बिसलेरी के 122 से अधिक ऑपरेशनल प्लांट हैं. पूरे भारत में 5,000 ट्रकों के साथ 4,500 से अधिक इसका डिस्ट्रीब्यूटर नेटवर्क है. देश में पैकेज्ड वाटर का मार्केट 20,000 करोड़ रुपये से अधिक का है. इसमें से 60 फीसदी हिस्सा असंगठित है. बिस्लेरी की संगठित बाजार में हिस्सेदारी करीब 32 फीसदी है. मिनरल वाटर के अलावा बिसलेरी इंटरनेशनल प्रीमियम हिमालयन स्प्रिंग वॉटर भी बेचता है.
क्यों बिक सकती है हिस्सेदारी?













