
बांग्लादेश में फूटा लोगों का गुस्सा, झंडे का अपमान करने के लिए पाकिस्तान उच्चायोग के बाहर प्रदर्शन
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बांग्लादेश के स्वतंत्रता सेनानियों ने इसे पाकिस्तान की हिमाकत बताया और न्याय की मांग की. उन्होंने कहा कि बांग्लादेश ने पाकिस्तान के खिलाफ लंबा मुक्ति संग्राम लड़ा है. इस मुक्ति संग्राम को इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में लिखा गया है. बांग्लादेश ने आजादी के लिए पाकिस्तान की सेना के साथ नौ महीने लंबा युद्ध लड़ा.
बांग्लादेश के झंडे का अपमान करने को लेकर लोगों का गुस्सा फूट पड़ा. उन्होंने राजधानी ढाका में पाकिस्तान उच्चायोग के बाहर भारी विरोध प्रदर्शन किया. कई संगठनों के बैनर तले लोग पाकिस्तान उच्चायोग के बाहर पहुंचे और जमकर नारेबाजी की.
दरअसल लोगों का ये गुस्सा पाकिस्तान उच्चायोग द्वारा बांग्लादेश के झंडे को गलत तरीके से पेश करने पर देखने को मिला. पाकिस्तान उच्चायोग की तरफ से सोशल मीडिया पर बांग्लादेश के झंडे की एक तस्वीर शेयर की गई थी. इस तस्वीर में बांग्लादेश के झंडे के साथ पाकिस्तानी झंडे के चांद-सितारे भी दिख रहे हैं. इसी फोटो को लेकर सारा विवाद शुरू हुआ.
बांग्लादेश के स्वतंत्रता सेनानियों ने इसे पाकिस्तान की हिमाकत बताया और न्याय की मांग की. उन्होंने कहा कि बांग्लादेश ने पाकिस्तान के खिलाफ लंबा मुक्ति संग्राम लड़ा है. इस मुक्ति संग्राम को इतिहास में स्वर्णिम अक्षरों में लिखा गया है.
बांग्लादेश ने आजादी के लिए पाकिस्तान की सेना के साथ नौ महीने लंबा युद्ध लड़ा और 1971 में उसे खुदमुख्तारी हासिल हुई. इन नौ महीनों के दौरान 30 लाख लोगों ने अपनी जान गंवाई. पाकिस्तानी सैनिकों ने एक लाख से अधिक महिलाओं के साथ बदसलूकी की. इस युद्ध में 18 भारतीय जवान भी शहीद हुए. बांग्लादेश, पाकिस्तान की सेना की ज्यादतियों को कभी भूल नहीं सकता है.
ऐसी स्थिति में अचानक से पाकिस्तान उच्चायोग के बांग्लादेश के झंडे की इस तरह की फोटो शेयर करने से लोगों के बीच गुस्सा फूट पड़ा. बांग्लादेश लिबरेशन वार मंच नाम के संगठन ने मानव श्रंख्ला बनाकर रविवार को विरोध प्रदर्शन किया. ये विरोध प्रदर्शन ढाका यूनिवर्सिटी में राजू की मूर्ति के पास किया गया.
(ढाका से शहीदुल हसन खोकन की रिपोर्ट)

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