बजट निराशाजनक, भेदभावपूर्ण, पूरी तरह विफल और लोगों की उम्मीदों के साथ विश्वासघात है: विपक्ष
The Wire
केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा संसद में पेश वित्त वर्ष 2023-24 के बजट की विपक्षी दलों ने आलोचना करते हुए कहा है कि यह विपक्ष शासित राज्यों के साथ भेदभाव करता है और इसमें गरीबों, किसानों, मज़दूरों आदि का ख्याल न रखते हुए पूंजीपतियों का हित देखा गया है.
नई दिल्ली: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बुधवार को संसद में वित्त वर्ष 2023-24 का बजट पेश किया. अगले साल होने वाले आम चुनाव से पहले नरेंद्र मोदी सरकार के अंतिम पूर्ण बजट में सभी तबकों को साधने का प्रयास किया गया है. हालांकि, विपक्षी दलों ने बजट को निराशाजनक, पूरी तरह से विफल और लोगों की उम्मीदों के साथ विश्वासघात करार दिया है. ‘Mitr Kaal’ Budget has: NO vision to create Jobs NO plan to tackle Mehngai NO intent to stem Inequality मोदी सरकार का बजट जनता का, भाजपा पर लगातार गिरते विश्वास का सबूत है ! वित्त मंत्री का बजट भाषण सरकार के पुराने वादों पर जुमलो का पर्दा डालने का प्रयास नजर आया। हमें आशा थी कि वित्त मंत्री उन घोषणाओं पर प्रकाश डालेंगी जो 2022 में पूरी होनी थी। 2022 में किसानों की आमदनी दुगनी होनी थी। दिल्ली वालों के साथ फिर से सौतेला बर्ताव। दिल्ली वालों ने पिछले साल 1.75 लाख करोड़ से ज़्यादा इनकम टैक्स दिया। उस में से मात्र 325 करोड़ रुपये दिल्ली के विकास के लिए दिये। ये तो दिल्ली वालों के साथ घोर अन्याय है। न किसान न जवान न नौजवान। बजट में किसी के लिये नही कोई प्रावधान। अमृत काल में अमृत के लिये तरस रहा है “आम इंसान” पूँजीपतियों की लूट हुई आसान।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने बजट को ‘मित्रकाल बजट’ करार देते हुए कहा कि इससे साबित होता है कि सरकार के पास भारत के भविष्य के निर्माण की कोई रूपरेखा नहीं है. 1% richest own 40% wealth, 50% poorest pay 64% of GST, 42% youth are unemployed- yet, PM doesn’t Care! ये केवल चुनाव को ध्यान रखकर बनाया बजट है, देश को ध्यान में रखकर नहीं ! — Kamal Nath (@OfficeOfKNath) February 1, 2023 — Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) February 1, 2023 — Sanjay Singh AAP (@SanjayAzadSln) February 1, 2023
उन्होंने ट्वीट किया, ‘मित्रकाल बजट में रोजगार सृजन को लेकर कोई दृष्टिकोण नहीं है, महंगाई से निपटने के लिए कोई योजना नहीं है और असमानता दूर करने का कोई इरादा नहीं है.’ This Budget proves Govt has NO roadmap to build India’s future. इस बजट में भयंकर बेरोज़गारी का हल ढूंढ़ने की कोई भी कोशिश नहीं की है ! #Budget2023
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) February 1, 2023 1/ pic.twitter.com/pHiXA5JyMK