![पैगंबर मामले पर बोलने वाले डच सांसद की हिंदू और इस्लाम पर ये टिप्पणी चर्चा में](https://akm-img-a-in.tosshub.com/aajtak/images/story/202206/dutch_0-sixteen_nine.jpg)
पैगंबर मामले पर बोलने वाले डच सांसद की हिंदू और इस्लाम पर ये टिप्पणी चर्चा में
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नीदरलैंड्स के सांसद गिर्ट विल्डर्स लगातार नूपुर शर्मा के समर्थन में ट्वीट कर रहे हैं. अब उन्होंने कहा है कि हिंदू धर्म की तारीफ करते हुए कुछ ट्वीट किए हैं. इन ट्वीट को लेकर एक बार फिर से डच सांसद सुर्खियों में हैं.
भारतीय जनता पार्टी की पूर्व प्रवक्ता नूपुर शर्मा की जहां विश्व के तमाम मुस्लिम और अरब देश आलोचना कर रहे हैं, वहीं नीदरलैंड के धुर-दक्षिणपंथी सांसद गिर्ट विल्डर्स उनका समर्थन कर चर्चा में हैं. अब उन्होंने हिंदू धर्म पर एक ट्वीट किया है.
विल्डर्स अपने ट्विटर अकाउंट पर नूपुर शर्मा मामले को लेकर लगातार ट्वीट कर रहे हैं. उन्होंने अपने हालिया ट्वीट में लिखा है, 'सांस्कृतिक सापेक्षवाद एक भ्रामक अवधारणा है. लोग समान हैं लेकिन संस्कृतियां नहीं. मानवता और स्वतंत्रता पर आधारित संस्कृति असहिष्णुता और गुलामी पर आधारित संस्कृति से हमेशा बेहतर होती है. इसलिए मैं इस्लाम से लाख गुना ज्यादा हिंदू धर्म का सम्मान करता हूं.' अपने इस ट्वीट में विल्डर्स ने #IsupportNupurSharma का हैशटैग भी इस्तेमाल किया है.
विल्डर्स अपने इस्लाम विरोधी बयानों के लिए जाने जाते हैं. इससे पहले किए गए एक ट्वीट में उन्होंने लिखा था कि मैं न तो हिंदू हूं और न ही भारतीय लेकिन एक बात मुझे पता है कि धर्मनिरपेक्षता का मतलब ये नहीं होना चाहिए कि एक धर्म को नीचा दिखाना जायज हो और दूसरे पर विवाद खड़ा कर दिया जाए.
सोमवार को किए गए एक और ट्वीट में विल्डर्स ने नेपाल का एक वीडियो शेयर किया है जिसमें एक भीड़ नूपुर शर्मा के समर्थन में रैली निकालती दिख रही है. वीडियो शेयर करते हुए उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा, 'नेपाल- नूपुर शर्मा का पुरजोर समर्थन, शानदार!'
विल्डर्स का कहना है कि नूपुर शर्मा का समर्थन करने के कारण उन्हें जान से मार देने की धमकी भी मिल रही है लेकिन इससे वो डरे नहीं हैं बल्कि उनका इरादा और मजबूत हुआ है. उन्होंने ट्वीट किया, 'बहादुर नूपुर शर्मा के समर्थन में बोलने के कारण मुझे जान से मार देने की धमकियां मिल रही हैं. इससे मुझे उनका समर्थन करते हुए और अधिक गर्व महसूस हो रहा है. क्योंकि बुराई कभी जीत नहीं सकती.'
नूपुर शर्मा को पैगंबर मोहम्मद पर आपत्तिजनक टिप्पणी करने को लेकर बीजेपी ने पार्टी से निष्कासित कर दिया है. एक निजी टीवी चैनल पर नूपुर शर्मा ने पैगंबर मोहम्मद पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी जिससे देश के कई शहरों में विरोध प्रदर्शन देखने को मिल रहा है. नूपुर शर्मा की गिरफ्तारी की मांग को लेकर दिल्ली, उत्तर प्रदेश, झारखंड, पश्चिम बंगाल, कर्नाटक आदि राज्यों में लोग सड़कों पर उतर आए हैं.
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कुवैत के मंगाफ में 12 जून को लगी भीषण आग में मारे गए 45 भारतीयों के शव लेकर भारतीय वायुसेना का स्पेशल एयरक्राफ्ट शुक्रवार को भारत पहुंचा. ये केरल के कोच्चि एयरपोर्ट पर लैंड हुआ, क्योंकि मृतकों में सबसे ज्यादा 23 लोग केरल के हैं. जान गंवाने वाले अन्य 22 लोगों में तमिलनाडु के 7, आंध्र-उत्तर प्रदेश के 3-3 और बिहार, ओडिशा, कर्नाटक, महाराष्ट्र, झारखंड, हरियाणा, पंजाब और पश्चिम बंगाल के 1-1 लोग हैं.
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इटली के दक्षिणी इलाके ब्रिनदिसी में कुछ दिनों पहले खालिस्तान समर्थकों ने महात्मा गांधी की प्रतिमा से छेड़छाड़ की. उन्होंने यहां देश विरोधी नारे लिखे. हालांकि बाद में विदेश मंत्रालय के हस्तक्षेप के बाद प्रतिमा को ठीक करा दिया गया. अभी इस प्रतिमा का अनावरण होना है. पहले बताया गया था कि प्रधानमंत्री मोदी जी7 सम्मेलन में शामिल होने के दौरान इसका अनावरण करेंगे. हालांकि ऐसा नहीं हुआ.
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विदेश मंत्रालय ने कहा कि आज इटली के अपुलिया में G7 शिखर सम्मेलन से इतर पीएम मोदी और इमैनुएल मैक्रों ने द्विपक्षीय बैठक की. दोनों नेताओं ने भारत-फ्रांस के द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा की, जिसमें डिफेंस, न्यूक्लियर, स्पेस, एजुकेशन, क्लाइमेट एक्शन, डिजिटल पब्लिक इंफ्रास्ट्रक्चर, कनेक्टिविटी और कल्चरल इनीशिएटिव जैसे नेशनल म्यूजियम पार्टनरशिप और लोगों के बीच संबंधों में को बढ़ाने में सहयोग पर चर्चा की.
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इटली में G7 देशों की बैठक में हिस्सा लेने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी आमंत्रित हैं. दुनिया के सात सबसे समृद्ध देशों के इस संगठन का भारत वैसे हिस्सा नहीं, लेकिन वो लगातार मेहमान की तरह बुलाया जाता रहा. जानिए, हम क्यों नहीं बन रहे जी7 का सदस्य, और क्या वजह है, जो बाहरी होने के बाद भी हमें लगातार इनविटेशन मिलता रहा.
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क्यों परेशान हैं ब्रिटेन में बसे 10 लाख हिंदू, आम चुनावों से ऐन पहले निकाला 7 मांगों वाला मेनिफेस्टो
ब्रिटेन में जुलाई के पहले हफ्ते में आम चुनाव होने जा रहे हैं. इससे पहले वहां के हिंदुओं ने एक मेनिफेस्टो जारी किया, जिसमें सरकार से लंबी-चौड़ी मांगें हैं. ये पहली बार है जब हिंदुओं ने भावी ब्रिटिश सरकार से सीधी डिमांड रखी. घोषणापत्र का मसौदा हिंदू फॉर डेमोक्रेसी ने बनाया, लेकिन इसका विरोध भी शुरू हो चुका है.